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November 23, 2024 8:42 am

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इस चौंकाने वाली खबर को पढ़कर आप भी पूछेंगे, कैसे मिल गई ऐसी नौकरी? 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

सब-इंस्पेक्टर और समकक्ष पदों पर सीधी भर्ती में गड़बड़ी का एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सब इंस्पेक्टर के पद पर एक ऐसे अभ्यर्थी का चयन कर लिया गया है, जिसने सॉल्वर के सहारे लिखित परीक्षा पास की थी। मजे की बात यह है कि इस सॉल्वर को एसटीएफ ने गिरफ्तार भी कर लिया था। मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड अभ्‍यर्थी का चयन निरस्‍त करने की तैयारी कर रहा है।

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने गत 12 जून को सब इंस्पेक्टर (दरोगा), प्लाटून कमांडर पीएसी व अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के कुल 9534 पदों पर भर्ती का परिणाम घोषित किया था। इसमें 9027 पद सब इंस्पेक्टर के हैं। चयनित अभ्यर्थियों में उस अर्जुन प्रसाद का भी नाम शामिल है, जिसकी जगह परीक्षा देने वाले सॉल्वर को शिशुपाल प्रसाद को गत 20 मई 2022 को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था।

एसटीएफ ने मूल रूप से बिहार के रहने वाले शिशुपाल को कानपुर नगर जिले के बाबूपुरवा थाने के सुपुर्द किया था, जहां मुकदमा दर्ज करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया था। शिशुपाल ने 16 नवंबर 2021 को अर्जुन प्रसाद की जगह लखनऊ में ऑनलाइन सेंटर में परीक्षा दी थी। लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद वह पांच मई 2022 को प्रयागराज पुलिस लाइंस में अर्जुन की जगह दस्तावेजों का सत्यापन कराने पहुंचा था। इसके बाद वह 19 मई 2022 को 37वीं वाहनी पीएसी कानपुर में शारीरिक दक्षता परीक्षा (दौड़) में शामिल हुआ।

संदेह के आधार पर शिशुपाल पहले से एसटीएफ के रडार पर था। एसटीएफ ने 20 मई 2022 को जब उसे गिरफ्तार किया तो वह अभ्यर्थी अर्जुन प्रसाद की जगह सभी परीक्षाएं दे चुका था। बाद में जब अंतिम परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो अर्जुन प्रसाद सब इंस्पेक्टर पद पर चयनित कर लिए गए थे। अर्जुन प्रसाद यूपी के बलिया जिले का रहने वाला है। वह राहुल नाम के एक युवक के जरिए सॉल्वर शिशुपाल के संपर्क में आया था। पूरी परीक्षा पास कराने के लिए सात लाख रुपये में सौदा तय हुआ था।

निरस्त होगा परीक्षा परिणाम

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. आरके विश्वकर्मा ने बताया कि सॉल्वर की गिरफ्तारी के संबंध में कानपुर पुलिस द्वारा सूचना न दिए जाने के कारण यह चूक हुई है। मामला संज्ञान में आते ही कानपुर पुलिस से एफआईआर की कॉपी मांगी गई है। अभ्यर्थी अर्जुन प्रसाद का चयन निरस्त किया जाएगा।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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