दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर, बांदा । एक प्राइमरी स्कूल में शिक्षक ने पढ़ने आई तीन छात्राओं को एक कमरे में बुलाकर उनके साथ छेड़खानी की और दुष्कर्म करने की कोशिश की है। जिसका छात्राओं ने विरोध किया तो उन्हें फेल करने की धमकी दी गई। छात्राओं द्वारा अपने परिजनों को दी। जब परिजन टीचर से मिलकर शिकायत करने गए तो उसने उन लोगों के साथ भी अभद्रता की। पीड़ित पक्ष ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है।
कॉपी जांचने के बहाने की छेड़खानी
जिले के थाना बिसंडा क्षेत्र के ओरन पुलिस चौकी अंतर्गत एक गांव स्थित प्राइमरी स्कूल में 10, 12 और 14 साल की छात्राएं पढ़ती हैं। इन छात्राओं को शिक्षक ने सोमवार को कॉपी जांचने के बहाने एक एकांत कमरे में बुलाया और फिर उनके साथ छेड़खानी कर दुष्कर्म की कोशिश की। छात्राओं ने शिक्षक की हरकतों का विरोध किया तो शिक्षक ने उन्हें फेल करने की धमकी दे डाली।
किसी तरह छात्राएं शिक्षक के चंगुल से छूट कर अपने घर पहुंची और घटना की जानकारी परिजनों को दी।इस पर उत्तेजित परिजन उसी समय स्कूल पहुंचे और शिक्षक से इस मामले को लेकर उलाहना दिया तो शिक्षक ने उल्टा उन्हें गाली गलौज करके भगा दिया। मंगलवार को परिजन बच्चों को लेकर बिसंडा थाने गए और पूरे मामले की शिकायत की।
डरी-सहमी हुई हैं बच्चियां
इस बारे में बिसंडा थाना प्रभारी के. के. पांडे का कहना है कि छात्राओं के परिजनों द्वारा शिक्षक की शिकायत की गई है। इस मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।अभिभावकों ने पुलिस को शिकायती पत्र में कहा कि सोमवार को तीनों बच्चियां एक साथ पूर्व माध्यमिक विद्यालय गई हुई थी। एक टीचर ने अपने कमरे में बुलाकर गलत काम और रेप करने की कोशिश की है। विरोध और किसी को बताने पर परीक्षा में फेल करने की धमकी भी दी। इस मामले से गांव के अन्य लोग डरे और सहमे हुए हैं। चर्चा है कि अब इस मामले में दोनों पक्षों में समझौता हो चुका है। एक परिवार ने अपनी शिकायत वापस ले ली है।
Author: samachar
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