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November 23, 2024 5:40 am

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शातिराना दिमाग का मास्टर हयात हाशमी हुआ ऐसे गिरफ्तार; कानपुर दंगा मामले में कौन-कौन हैं नामजद ; राष्ट्रपति ने भी लिया संज्ञान

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

कानपुर नगर में शुक्रवार को भड़की हिंसा का मास्टरमाइंड लखनऊ से अपने तीन साथियों के साथ शनिवार को दबोच लिया गया। चारों आरोपित हजरतगंज के एक यूट्यूब चैनल के दफ्तर में छिपे थे। घटना के बाद पुलिस ने 40 लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन पूछताछ के बाद 20 को छोड़ दिया था। लखनऊ से चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में अब तक कुल 24 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बाकी की तलाश जारी है।

कानपुर शहर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा मामले के मुख्य आरोपित को क्राइम ब्रांच की टीम ने लखनऊ दबोच लिया। हजरतगंज से एक यूट्यूब चैनल के दफ्तर से उसको तीन अन्य साथियों समेत पकड़ा गया। इन सभी के बैंक खाते सीज कर पुलिस ने जांच शुरू करते हुए कोर्ट से रिमांड लेकर हिंसा भड़काने की साजिश का पता लगाने की बात कही है।

पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने पत्रकार वार्ता में बताया कि शुक्रवार को जिले के बेकनगंज इलाके में दोपहर की जुमे की नमाज के बाद हिंसा भकड़ाने का मास्टरमाइंड एमएम जौहर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हाशमी को गिरफ्तार किया गया है। उसने बाजार बंद कराने का ऐलान किया था। इससे संबंधित पोस्ट कई दिनों से सोशल मीडिया में वायरल की जा रही थी।

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पुलिस आयुक्त ने बताया कि घटना को अंजाम देकर मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी अपने तीन साथियों, बेकनगंज निवासी एमएम जौहर एसो0 के प्रदेश चेयरमैन जावेद अहमद, सदस्य मो राहिल और बजरिया थाना क्षेत्र निवासी मो सुफियान के साथ भागकर लखनऊ चला गया था। वहां पर वह साथी जावेद के एशियन वाइस पोस्ट नाम से चलाए जा रहे यूट्यूब चैनल के हजरतगंज स्थित दफ्तर में छिपा था। इनकी लोकेशन का पता कर जनपद पुलिस एवं क्राइम ब्रांच की टीमों ने दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। इन सभी के पास से 6 मोबाइल एवं कुछ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि पकड़े गए लोगों से पूछताछ के दौरान कई लोगों की संलिप्तता का पता चला है।

पुलिस आयुक्त का कहना है कि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत ना करें इसके लिए इन सभी पर एनएसए और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए इनकी संपत्तियों को भी जब्त किया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, अभी तक मास्टरमाइंड समेत कुल 24 अभियुक्तों को हिंसा मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि हिंसा के बाद पुलिस ने 40 लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन पूछताछ के बाद 20 लोगों को छोड़ दिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 24 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

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कानपुर हिंसा में हुई 3 FIR में किसका-किसका नाम है

हयात जफर हाशमी, एहितशाम कबाड़ी, जीशान, आकिब, निजाम कुरैशी, आदिल, इमरान कालिया, शहरयान, जौहर फैंस एसोसिएशन का युसुफ मंसूरी जांहर और आमिर जावेद, मुदस्सिर, मोहम्मद आजाद, जीशान एवेंजर, अब्दुल सकील, इरफान चड्‌डी, शेरा, सफी, अरफित आसिफ रैना का भाई, इसराईल, अकील खिचड़ी, अदनान, परवेज उर्फ चिक्कन, शादाब शोएब का भाई, इसरत अली, मो. राशिद, अलीशान, नासिर, आशिक अली, मो. आकिब, मो. साजिद, अनस, शाहिद, बिलाल, हाजी मो. नसिर, हबीब, रहमान समेत सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज हुई।

दरोगा मो. आसिफ रजा की तहरीर पर केस

मुख्य आरोपी मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हाशमी, आदिल, इमरान कालिया, सहरयान, जौहर फैंस एसोसिएशन का युसुफ अंसारी और आमिर जावेद, अब्दुल शकील, अर्फित आसिफ रैना का भाई, इसराइल, नासिर, आशिक अली, मो. आकिब, मो. साजिद, अनस, साहिद, बिलाल, हाजी मो. नासिर, हबीब, रहमान समेत सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज हुई।

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चंद्रेश्वर हाते में रहने वालों ने अज्ञात पर दर्ज कराया केस । चंद्रेश्वर हाते में रहने वाले घायल मुकेश की तहरीर पर बेकनगंज थाने की पुलिस ने भीड़ के खिलाफ मारपीट, बलवा, धार्मिक उन्माद फैलाने, हत्या का प्रयास समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। इसमें किसी को भी नामजद नहीं किया गया है।

राशन की दुकान चलाने वाला हयात

मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी का हमेशा विवादों से नाता रहा है। नई सड़क बवाल के बाद मास्टरमाइंड के रूप में गिरफ्तार किए । 

चमनगंज में सरकारी राशन की दुकान चलाने वाला हयात के लिए यह पहला अवसर नहीं है जब उसने ऐसे हिंसक विरोध की स्क्रिप्ट लिखी हो। सामाजिक कार्यों के बीच कई बार धार्मिक संवेदनशील मुद्दों को लेकर उसने ऐसा माहौल बनाया जिससे शहर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता था। प्रेम नगर में रहने वाले हयात के माता-पिता कांग्रेस में थे। पारिवारिक विवाद के कारण उसकी परवरिश ननिहाल में हुई। इस बीच पिता की मृत्यु हो गई। एक मकान खाली कराने के विवाद में 23 अक्तूबर 2012 को हयात मां और बहन को लेकर विरोध करने कलेक्ट्रेट पहुंचा। मां और बहन ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। अस्पताल में दोनों की मौत हो गई।

हयात ने 28 फरवरी 2007 को जौहर फैंस एसोसिएशन का गठन किया। इसका काम सामाजिक सरोकारों को उठाना और जनसेवा करना था। संगठन ने कोविड काल के अलावा अन्य अवसरों पर यह काम किया भी। हयात कई बार संवेदनशील धार्मिक मुद्दों पर मुखर हुआ और तब स्थिति बेहद नाजुक हो गई। बिल्हौर में एक नेता ने मोहम्मद साहब पर टिप्पणी की तो हयात ने 10 अक्तूबर 2020 को बैनर लेकर प्रदर्शन किया। 12 मई 2019 को एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के ऐसे ही बयान का खुलकर विरोध किया। बाद में यतीमखाना चौराहा पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। वर्ष 2019 में एनआरसी के मुद्दे पर खुला विरोध किया।

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अक्तूबर वर्ष 2021 में जब जुलूस-ए-मोहम्मदी पर रोक थी तब प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए हयात जफर हाशमी ने जुलूस निकालने की कॉल दे दी। जुलूस निकाल भी दिया गया जिसमें लाखों लोगों को नियंत्रित करना पुलिस प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हुआ। हयात की गिरफ्तारी भी हुई थी। हयात ने जाजमऊ में एक मुद्दे पर गिरफ्तारी की कॉल दी।

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम शहर में होने के बावजूद 03 जून को कारोबार बंदी और 05 को सुनहरी मस्जिद से गिरफ्तारी की घोषणा कर आम जनता को संवेदनशील मुद्दे पर भड़का दिया। गुरुवार रात बंदी की कॉल वापस ली लेकिन शुक्रवार को दुकानें खुलवाने या कॉल वापसी का संदेश देने में नाकाम रहे। सुनहरी मस्जिद के निकट एकत्रित हुई भीड़ के कारण हिंसा हुई।

राष्ट्रपति की अफसरों को दो टूक, पूरी तरह से रहें अलर्ट, दोबारा न हो बवाल

बवाल की पूरी जानकारी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार सुबह जिले के प्रशासनिक और पुलिस अफसरों से ली। अफसरों से दो टूक कहा कि पूरी तरह से अलर्ट रहें। अगर अलर्ट नहीं रहेंगे तो दोबारा इस तरह की घटना होगी। इसलिए हर बिन्दु को देखकर चलें। दोषियों पर कार्रवाई करें। अमन चैन बनाए रखें। 

सुबह राष्ट्रपति से मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर, पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा और डीएम नेहा शर्मा ने मुलाकात की। अफसरों के पहुंचते ही राष्ट्रपति ने सबसे पहले बवाल की जानकारी ली। अफसरों ने पूरी स्थिति और कार्रवाई से उनको अवगत कराया। इससे राष्ट्रपति संतुष्ट नजर आए पर साथ ही कहा कि किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई करें। भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए पहले से ही तैयारी कर लें। इस तरह की घटना कुछ ही मिनट में बड़ी हो जाती है। इसलिए पहले से ही चौंकन्ने हो जाएं। भविष्य के लिए रूपरेखा बना लें। अभी पूरी तरह से कार्रवाई नहीं की और हर बिन्दु को नहीं देखा गया तो दोबारा इस तरह की घटना हो सकती है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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