विरेन्द्र कुमार खत्री की रिपोर्ट
हसपुरा/औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड में महादलित, दलित, अल्पसंख्यक, अतिपिछड़ा वर्ग, अक्षर आंचल के अंतर्गत कार्यरत प्रखंड के शिक्षा सेवक एवं तालिमी मरकज को बीआरसी में समर कैंप संचालित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। दो दिवसीय आयोजित गैर आवासीय प्रशिक्षण में प्रथम संस्था की ओर से कोई बच्चा पीछे नही, माता भी छुटे नही कार्यक्रम से अवगत कराया गया। प्रथम संस्था के प्रशिक्षक शिवाकांत कुमार, माधुरी कुमारी, डा. विनोद कुमार सिंह, एस,आरजी ललन चौधरी ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर प्रशिक्षण की शुभारंभ किया।
प्रथम संस्था के सहयोग से संचालित कार्यक्रम को विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि गत दो वर्ष कोविड 19 के कारण खासकर चार से छह वर्ग तक के बच्चों में जो पढ़ने की दक्षता में कमी आई है। उसको दूर किया जाएगा। एक लंबे समय के बाद स्कूल फिर से खुले है। उन्हें भाषा एवं गणित से संबंधी गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षक ललन चौधरी और माधुरी कुमारी ने कमाल का कैम्प, चाइल्ड वाइज प्रोसेस शीट, वार्म अप, भाषा के खेल, कहानी सम्बंधित गतिविधियां, लेखन गतिविधियां, प्रारंभिक अक्षर, शब्द स्तर के बारे में शिक्षा सेवक और तालिमी मरकज को जानकारी दी गई।
नवलेश चौधरी, मनोज कुमार निश्चयल, रमभा कुमारी, कपिल कुमार, अरूणजय कुमार, रणजीत कुमार, सनोज कुमार चौधरी, संजय चौधरी, अफजल आलम अंसारी, जगलाल चौधरी, मुन्ना कुमार, महेन्द्र राजवंशी, रविशेखर कुमार, नगीना कुमारी, पुनम कुमारी, संजू कुमारी, वीणा कुमारी, शिवनाथ चौधरी, शबनम प्रवीण, असलम आलम, अनुज कुमार, रामकेवल रजक, केशव राजवंशी, शिवपूजन कुमार, अजय कुमार, मंटू कुमार, गीता कुमारी, चिंता कुमारी, अनिल कुमार, योगेन्द्र कुमार चौधरी, सुंदर देव चौधरी, सुरेश कुमार, मोहन चौधरी सहित दर्जनों शिक्षा सेवक और तालिमी मरकज प्रशिक्षण प्राप्त किया।
Author: samachar
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