दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
हरिद्वार। चारधाम यात्रा में प्रतिदिन व्यवसायिक वाहन विशेष रूप से बसों के जरिए करीब तीन हजार श्रद्धालु यात्रा पर रवाना किए जा रहे हैं। बावजूद इसके श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव कम नहीं हो रहा है। एसडीआरएफ की ओर से मंगलवार की सुबह चारधाम यात्रा के लिए दो हजार श्रद्धालुओं का स्लाट निर्धारित किया गया। इसे प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु सोमवार रात में काउंटर और उसके आसपास ही सो गए। पुलिस को व्यवस्था बनाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
चारधाम यात्रा को लेकर विभिन्न प्रांतों से यहां आने वाले श्रद्धालुओं के बीच अपार उत्साह देखा जा रहा है। बस टर्मिनल कंपाउंड में आस्था का सैलाब लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को सोमवती अमावस्या के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा पर जाने का मुहूर्त निर्धारित किया था। करीब 2500 श्रद्धालु चारधाम दर्शन का आफलाइन पंजीकरण कराने में सफल रहे। जबकि करीब पांच हजार श्रद्धालु यात्रा में जाने का इंतजार करते हुए यही रुक गए थे।
आफलाइन पंजीकरण की जिम्मेदारी एसडीआरएफ को सौंपी गई है। एसडीआरएफ के उप निरीक्षक कविंद्र सिंह सजवाण ने बताया कि मंगलवार की सुबह 2000 श्रद्धालुओं के पंजीकरण का स्लाट उपलब्ध कराया गया है। जबकि इससे कई गुना ज्यादा बीड़ यहां मौजूद है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी सहित पुलिस की टीम व्यवस्था बनाने में जुटी रही। पुलिस व्यवस्था बनाने के लिए भीड़ के बीच जाकर मुनादी करती रही।
मंगलवार को बसों की स्थिति ऐसी है कि संयुक्त रोटेशन और परिवहन निगम के पास बसेउपलब्ध है। किंतु यात्रियों के पास निर्धारित तिथि का स्लाट पंजीकरण उपलब्ध नहीं है। बीते रोज दोपहर बाद जिन श्रद्धालुओं का पंजीकरण हुआ था वह मंगलवार की सुबह यहां से रवाना हो गए।
उप जिला अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि जितने भी पंजीकरण निर्धारित तिथि के सुविधानुसार उपलब्ध हैं, उन्हें बसें उपलब्ध कराई जा रही हैं। संयुक्त रोटेशन और परिवहन निगम सहित अन्य कंपनियों की बसें वर्तमान में उपलब्ध है। धीरे-धीरे यात्रियों को यहां से सुविधानुसार भेजा जा रहा है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."