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8 February 2025 9:30 am

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अंबानी जैसे बनने की चाहत में इस युवक के कारनामे सुन कर दंग हैं सभी

39 पाठकों ने अब तक पढा

सुखविंदर सिंह की रिपोर्ट

भोपाल। उम्र 28 साल। योग्यता इंजीनियर। काम ऐसा बचा नहीं, जो इसने किया न हो। शादी पार्टी में कैटरिंग से लेकर हॉस्टल, होटल, एजुकेशन, कंस्ट्रक्शन, इंटरप्राइजेज और साप्ताहिक पत्रिका का संचालन तक का कारोबार।महज 5 साल में ही वह 8 से ज्यादा कंपनियों का मालिक बना। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन ज्यादा की लालच में मेडिकल कॉलेज में फर्जी नियुक्ति पत्र देना शुरू कर दिया। यह कारोबार भी चल निकला। करोड़ों की कमाई भी हो गई, लेकिन अब सलाखों के पीछे है। जल्द से जल्द करोड़पति से अंबानी की तरह अरब-खरबपति बनने की चाह में भोपाल का इंजीनियर , नटवरलाल ​​​​​​​ बन गया। अब अब सलाखों के पीछे पहुंच गया। उसे क्राइम ब्रांच ने पांच दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में यह खुलासा उसने ही किए हैं।

इससे उसने खुद का करोड़ों का आलीशान बंगाल भी खड़ा कर लिया। पैसों की उसकी दीवानगी यहीं नहीं रुकी और उसने दतिया मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति दिलाने का फर्जीबाड़ा कर महज 2 साल में ही करोड़ों रुपए लोगों से ठग लिए। क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके बाद से अब तक 200 लोगों से रुपए लेने का खुलासा हुआ है, जबकि करीब 400 लोगों के लेने-देने के दस्तावेज भी मिले हैं। वह जल्द ही बड़े स्तर पर एक अखबार लांच करने की तैयारी में था।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि कोटरा सुल्तानाबाद कमला नगर में बॉयज होस्टल चलाने वाले आशु कुमार पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत 20 मई को मिली थी। मूलत: बिहार का रहने वाला आशु कंप्यूटर साइंस से बीई है। उस पर आरोप था कि उसने दतिया मेडिकल कॉलेज के फर्जी नियुक्ति पत्र देकर रुपए लिए हैं। उसके बाद से ही पुलिस उसके पीछे लग गई। पांच दिन पहले टीम ने पाण्डेय बॉयज होस्टल के आफिस में फर्जी दस्तावेज के साथ उसे गिरफ्तार किया।

पूछताछ में उसने बताया कि फर्जी दस्तावेज बनाकर नियुक्ति दतिया के मेडिकल कॉलेज का नियुक्ति पत्र देता था। वह कंप्यूटर से फर्जी तरीके से लेटर हेड तैयार कर लोगों से 3 लाख रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक लेता था।

अब तक उसने 200 से ज्यादा लोगों से रुपए लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र बांटना बताया है। इसके अलावा उसके पास से करीब 400 लोगों के पत्र भी मिले हैं। जिन लोगों से वह पैसे लेने की फिराक में था। उसने बताया कि वह जल्द ही एक अखबार लांच करने वाला था।

दतिया के मेडिकल कॉलेज के नियुक्त पत्र दिए

आशु के आफिस से शासकीय चिकित्सा कॉलेज दतिया के लेटर हेड पर विभिन्न पदों की नियुक्ति संबंधी आदेश, साक्षात्कार के लिए उपस्थित होने के पत्र, नियुक्ति प्रमाण पत्र, फर्जी आई कार्ड जिनमें अधिष्ठाता शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया मध्यप्रदेश की सील लगी हुई। 2 रजिस्टर व एक कंप्यूटर से निकल प्रिंट की सूची, 2 डेस्कटॉप कंप्यूटर मिले हैं।

उसने बताया कि वर्ष 2018-19 में दतिया मेडिकल कॉलेज में विभिन्न पदों पर लोवर ग्रेड क्लर्क, ड्राइवर पद, लाइब्रेरियन, सफाई कर्मी, लेब अटेंडेंट समेत कई पद निकले थे। वह चयनित उम्मीदवार के लिए फर्जी नियुक्ति आदेश, साक्षात्कार के लिए पत्र एवं नियुक्त प्रमाण पत्र बनाकर देता था।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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