• देवेंद्र मेवाड़ी एवं महेशचंद्र पुनेठा करेंगे मार्गदर्शन
मास्टर लालमन की रिपोर्ट
अतर्रा (बांदा)। शैक्षिक संवाद मंच उत्तर प्रदेश द्वारा बेसिक शिक्षा से जुड़े शिक्षक-शिक्षिकाओं के रचनात्मक लेखन कौशल विकास के लिए संस्मरण लेखन कार्यशाला का आयोजन 1 एवं 2 जून को किया गया है। कार्यशाला में प्रसिद्ध विज्ञान कथाकार देवेंद्र मेवाड़ी नई दिल्ली एवं कवि लेखक संपादक महेश चंद्र पुनेठा उत्तराखंड शिक्षकों को लेखन की बारीकियों से परिचित कराएंगे।
उक्त जानकारी देते हुए शैक्षिक संवाद मंच के संस्थापक साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय ने बताया कि शैक्षिक संवाद मंच द्वारा बेसिक शिक्षा में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं से साहित्य की विभिन्न विधाओं पर आधारित रचनाएं लिखवा कर संकलन प्रकाशन की एक योजना गतिमान है जिसमें अभी तक कविताओं और लेखों पर आधारित पांच संकलन (पहला दिन, हाशिए पर धूप, कोरोना काल में कविता, प्रकृति के आंगन में, राष्ट्र साधना के पथिक) पर काम हो चुका है। अगला संकलन संस्मरण विधा पर है।
संस्मरण लेखन की समझ बनाने एवं लिखने के तौर-तरीके सीखने हेतु दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन गूगल मीट पर 1 एवं 2 जून को किया गया है। कार्यशाला में सहभागिता हेतु अभी तक 70 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पंजीकरण कराया है।
कार्यशाला के उपरांत संस्मरण लेखन का काम शुरू किया जाएगा और प्राप्त संस्मरण लेखों में से केवल 30 शिक्षक-शिक्षिकाओं की रचनाओं का चयन कर पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाएगा।
कार्यशाला में मार्गदर्शन हेतु प्रसिद्ध विज्ञान कथाकार एवं संस्मरण लेखक देवेंद्र मेवाड़ी, नई दिल्ली तथा कवि, लेखक एवं संपादक – शैक्षिक दखल महेशचंद्र पुनेठा, उत्तराखंड उपस्थित रहेंगे।
संस्मरण विधा कहानी, आत्मकथा, रिपोर्ताज एवं रेखाचित्र विधाओं से बहुत मिलती जुलती है। अभी वाट्सएप पर समूह बनाकर सभी सदस्यों को अनुभव लिखने को प्रेरित किया जा रहा है।
कार्यशाला में अधिक से अधिक रचनाकार सहभागिता कर लेखन कौशल के गुर सीखेंगे। कार्यशाला के प्रति रचनाकारों में अत्यधिक उत्साह देख जा रहा है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."