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November 2, 2024 3:09 pm

दलालों संग रात में पीड़ित महिला के घर पर पहुंचे श्रम प्रवर्तन अधिकारी

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट- सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किस तरह ग्रहण लगाने का काम किया जाता है वह कोई जिला मुख्यालय के खटखाना मुहल्ले की पीड़ित महिला सुमन पत्नी हरिशचंद्र से पूंछे जो मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करती है व निहायत ही गरीब मजदूर है जिसने श्रम विभाग में अपना श्रमिक पंजीकरण करवा रखा है l

पीड़ित महिला सुमन की बेटी की शादी फरवरी 2022 में हुई जिसकी शादी अनुदान की फाइल श्रम विभाग में जमा की गई जिसमें पीड़िता शादी अनुदान के लिए श्रम कार्यालय के चक्कर काटती रही लेकिन किसी ने एक न सुनी जब पीड़िता शादी अनुदान के लिए पुनः श्रम कार्यालय गई तो वहां पर कमप्यूटर आपरेटर जगत राम ने पीड़िता से बीस हजार रूपए की मांग की वहीं दलाल राजेश सोनी द्वारा बीस हजार रुपए की मांग की जा रही थी जिसमें पीड़िता ने पैसे देने में असमर्थता जताई तो उसकी शादी अनुदान की फाइल ही निरस्त कर दी गई जिससे श्रम कार्यालय में श्रमिकों के साथ किए जा रहे छलावा का मामला खुलकर सामने आ गया l

शादी अनुदान की फाइल निरस्त कर दिए जाने के बाद पीड़िता जिलाधिकारी महोदय को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई जिसमें श्रम विभाग के अधिकारियों को अपने द्वारा किए गए फर्जीवाड़े पर कार्यवाही का डर सताने लगा व शादी अनुदान की फाइल निरस्त करने के मामले को दबाने के लिए श्रम प्रवर्तन अधिकारी दलालों सहित रात में पीड़िता के पंहुचे व दबाव बनाने की कोशिश की व रात में ही बयान लेकर वीडियो बनाने लगे व डराने धमकाने लगे l

पीड़िता के पुत्र योगेन्द्र ने बताया कि श्रम प्रवर्तन अधिकारी अरुण कुमार तिवारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी दुष्यंत कुमार, दलाल राजेश सोनी व एक अन्य व्यक्ति शाम को लगभग साढ़े छह सात बजे के करीब हमारे घर पर पहुंचे जहां पर मै मौजूद नहीं था मै मंडी में काम करने गया था जिसपर इन लोगो द्वारा फोन करके मुझे बुलाया गया व लगभग आठ साढ़े आठ बजे तक मेरे घर में ठहरे व हर बार दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे व जब श्रम प्रवर्तन अधिकारियों से बात हो रही थी तो दलाल राजेश सोनी द्वारा वीडियो बनाया जा रहा था व हर बार यह कहा जा रहा था कि दूसरा पंजीकरण करा दो योजनाओं का लाभ मिलने लगेगा लेकिन पीड़िता द्वारा बार बार यही कहा जा रहा था कि शादी अनुदान का पैसा दिलाया जाय l

श्रम विभाग में हो रहे फर्जीवाड़े की हकीकत सामने आ जाने पर श्रम प्रवर्तन अधिकारी व कमप्यूटर आपरेटर व दलालों को अपने ऊपर कार्यवाही होने का डर साफ दिखाई देने लगा है जिसके कारण श्रम प्रवर्तन अधिकारी व दलाल दबाव बनाकर मामले को दबाने की कोशिश में लगे हुए हैं l

वहीं पीड़िता के पुत्र ने बताया कि मेरे मां बाप बुजुर्ग हैं व मै भी मेहनत मजदूरी करने के लिए मंडी व अन्य जगह काम करने चला जाता हूं मुझे डर है कि कहीं इन लोगों द्वारा अपने कृत्यों को छिपाने के लिए मेरे व मेरे परिवार के साथ कोई घटना न घटित करवा दें l

सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि शासन के निर्देशों का खुला उलंघन करते हुए श्रम विभाग के जिम्मेदार अधिकारी दलालों को लेकर पीड़िता के रात में क्यों पहुंचे अगर जांच करना था तो दिन में जांच करने जाते लेकिन श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा पीड़िता के घर पर रात को दलालों के साथ जाना बहुत कुछ बयां करता है l

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."