दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर। “सर पत्नी बहुत बीमार है, उसकी दवा कराने के लिए रुपये नहीं हैं। बहुत परेशानी में फसा हुआ हूं। मुझे किसी ने बताया कि हैलट अस्पताल के ब्लड बैंक में चले जाओ और अपना ब्लड डोनट करने के हजार रुपये तक मिल जाएंगे। सुबह से कुछ भी नहीं खाया है।”
यह बातें मंगलवार को उन्नाव के युवक ने हैलट अस्पताल के सीएमएस प्रो आरके मौर्या के सामने कही। एक युवक ब्लड बैंक में लोगों से खून डोनेट करने की बात कर रहा था तभी वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया।
पूरे मामले के बारे में जब सीएमएस प्रो आरके मौर्या से पूछा तो उन्होंने बताया कि, युवक से लिखित में ले लिया गया है कि जीवन में वह अब अपना खून नहीं बेचेगा। उसने माफी मांगी है। पुलिस को सूचना दे दी गई थी लेकिन प्रारंभिक जांच में युवक प्रोफेशनल डोनर नहीं मिला। उसको किसी ने जानकारी दी तो वह रुपयों के लालच में चला आया। प्रोफेशनल डोनर इस तरह से ब्लड बैंक में आकर बात नहीं करते है।
कई प्रोफेशनल डोनर अस्पताल के पास घूमते रहते है
अस्पताल में भर्ती गंभीर और एक्सीडेंट वाले मरीज खून की जरूरत पड़ती रहती है। ऐसे में अस्पताल के आसपास कई प्रोफेशनल डोनर भी घूमते रहते है। हैलट के एक कर्मचारी ने बताया, जिन मरीजों के तीमारदारों को खून नहीं मिल पाता है तो उन्हें हैलट के कर्मचारी ही उन्हें ऐसे दलालों के पास भेजते है जो एक घंटे के अंदर खून उपलब्ध करा देते है। ऐसे कई दलाल अस्पताल के आसपास एक्टिव है।
Author: samachar
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