चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने ज्ञानवापी मस्जिद मुद्दे को लेकर चल रहे विवाद के बीच भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने महाभारत के कौरवों की राज्यसभा में भगवान श्रीकृष्ण के पांच गांवों को दिए जाने के प्रस्ताव से पूरे विवाद को जोड़कर पेश किया है। साथ ही, सांगा ने कहा है कि अब तो सारे मंदिर वापस लेंगे। आपको बता दें कि अभिजीत सिंह सांगा हमेशा से ही अपने विवादित बयानों के लिए खासे चर्चित रहते है।
यह ट्वीट किया सांगा ने
इस बार विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने अयोध्या के बाद काशी और मथुरा विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, दुर्योधन ने पांच गांव नहीं दिए थे तो उन्हें पूरा राज्य खोना पड़ा था। हमने तीन मंदिर मांगे थे, तुम नहीं माने। अब तैयार रहो, सारे मंदिर वापस लेंगे। अभिजीत सिंह सांगा के ट्वीट ने अब सियासी हलचल बढ़ा दी है। विरोधी पार्टियों को भाजपा पर निशाना साधने का एक मुद्दा मिल गया है। साथ ही उनके द्वारा किया गया ट्वीट कई बार शेयर और लाइक किया जा रहा है।
5 गांव नही दिए तो पूरा राज्य खोना पड़ा था दुर्योधन को !
हमने भी 3 मंदिर मांगे थे !! तुम नही माने…अब तैयार रहो सारे मंदिर वापिस लेंगे..
— MLA Abhijeet Singh Sanga (@BJP4Abhijeet) May 19, 2022
अभिजीत सिंह सांगा अपने विवादित बयानों के लिए खासे चर्चित रहे हैं। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान 1984 जैसे दंगे वाली टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया था। मोहर्रम के ताजिया को लेकर भी उनका विवादित बयान सामने आया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में मोदी और प्रदेश में योगी की सरकार है, किसी के माई के लाल में दम हो तो बिठूर में ताजिया दफन करके दिखाए। यहां ताजिया नहीं, इरादे दफन कर दिए जाएंगे। अब उनका मस्जिदों को लेकर बयान चर्चा में है।
छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत
अभिजीत सिंह सांगा भाजपा के फायरब्रांड नेता माने जाते हैं। उनके बयान कई बार चर्चाओं में रहे हैं। 02 अगस्त 1983 में कानपुर के बिठूर में अभिजीत सिंह सांगा का जन्म हुआ था। उन्होंने कानपुर के वीएसएसडी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। इसी दौरान वह छात्र राजनीति से जुड़े। सांगा ने सपा से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उनकी मां सपा से ब्लॉक प्रमुख रही हैं। कुछ समय बाद सांगा ने सपा छोड़ दी और कांग्रेस ज्वाइन की। 2012 में अभिजीत सिंह कांग्रेस में शामिल हुए। पार्टी की टिकट पर बिठूर विधानसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। जनवरी 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक कुछ दिन पहले अभिजीत ने बीजेपी ज्वाइन कर ली।
दूसरी बार विधायक बने हैं सांगा
स्वतंत्रता सेनानी नाना राव और तात्या टोपे की धरती बिठूर से विधायक अभिजीत सिंह सांगा को कट्टर नेता के रूप में देखा जाता है। दरअसल, बिठूर हिंदू धर्मावलंबियों की आस्था का केंद्र है। इसे भगवान ब्रह्मा का निवास स्थान भी माना जाता है। ऐसे में अभिजीत को इस वर्ग के बीच काफी पॉपुलर माना जाता है। वर्ष 2017 में भाजपा ने अभिजीत सिंह सांगा को खड़ा किया। उन्होंने सपा के मुनींद्र शुक्ला को 58,987 वोटों के अंतर से हराया। वहीं, यूपी चुनाव 2022 में सांगा ने मुनींद्र शुक्ला को 21,073 वोटों से मात दी थी। सांगा इस क्षेत्र में काफी पॉपुलर माने जाते हैं।
Author: samachar
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