राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। समय 9:40 स्थान विधायक निवास बकुची विधायक बरहज दीपक मिश्र (शाका) जनता की समस्या सुन रहे थे और उसका निवारण कर रहे थे। तभी एक शख्स आता है और डरा हुआ रहता है। उसके हाथ पांव कांप रहे थे। वह कुछ कहना चाह रहा था लेकिन आवाज नही निकल पा रही थी। विधायक जी तुरंत बैठने को कहते हैं। आप अपना परिचय बताइए। अपना परिचय बताता है कि “मैं रामसेवक चौहान बरहज विधानसभा के महाराजपुर का रहने वाला हूं। मेरी दोनो किडनी खराब हो चुकी है। यह कह कर वह व्यक्ति रोने लगता है।” विधायक जी कहते हैं। “आप घबराइए मत आपकी हर संभव मदद की जाएगी, मेरे रहते किसी चीज की कमी नहीं होगी”! तुरंत पैड निकालते हैं। तुरंत लिखित करवाई करते हैं और कहते हैं। “मैं अपने फंड से आपका इलाज कराऊगा पैसे के अभाव में या इलाज के अभाव में आप को मरने नहीं दूंगा यह मेरा वादा है”। यह कहते हुए ही विधायक जी आंखे भर जाती है।
यह बात सुनते ही रामसेवक को लगता है कि मुझे कोई अपना मिला है। मुझे वह साहस मिली है और जीने की उम्मीद मिली है और तुरंत उनकी आर्थिक मदत भी करते हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."