संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- ग्राम पंचायतों को हाईटेक व हर सुविधा युक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा काफी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं व प्रत्येक ग्राम पंचायतों में बने पंचायत भवनों/सचिवालयों में हर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य किए जा रहे हैं जिससे ग्रामीणों को जिला मुख्यालय,तहसील मुख्यालय व ब्लाक मुख्यालय न जाना पड़े जिसके लिए सारी सुविधाएं ग्राम पंचायत में ही उपलब्ध हो लेकिन सरकार द्वारा भारी भरकम राशि देने के बावजूद भी ग्रामीणों को सुविधाएं ग्राम पंचायत में उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं l
ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों का निर्माण तो आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है लेकिन ज्यादातर ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारी जाना जरूरी नहीं समझते हैं ज्यादातर ग्राम पंचायतों के पंचायत भवनों में ताला लटका मिलता है जिसके कारण ग्रामीणों को अपने कार्य कराने के लिए ब्लाक मुख्यालय जाना पड़ता है जहां पर सचिव को ग्रामीण इधर उधर ढूंढ़ते रहते हैं लेकिन फिर भी सचिव साहब बड़ी मुश्किल से मिल पाते हैं लेकिन जब मिलते भी हैं तो उनका एक रटा रटाया जवाब रहता है कि देखता हूं दो चार दिन में काम हो जाएगा लेकिन फिर भी कार्य नहीं किया जाता है ग्रामीणों को एक परिवार रजिस्टर की नकल निकलवाने के लिए सचिव साहब के आगे पीछे महीनों घूमना पड़ता है तब जाकर कहीं परिवार रजिस्टर की नकल मिल पाती है l
ग्राम पंचायतों में सचिवों की तैनाती रोस्टर के हिसाब से की गई है कि किस ग्राम पंचायत में सचिव को किस दिन रहना है लेकिन सचिव साहब का रोस्टर कागजी कोरम पूरा कर कर लिया जाता है व सचिव साहब ब्लाक मुख्यालय छोड़कर कहीं नहीं जाते हैं जिसके कारण ग्रामीणों को अपना कार्य कराने के लिए ब्लाक मुख्यालय तक की दौड़ लगाना पड़ता है रोस्टर के हिसाब से बनाए गए गांवों में तैनाती के दिन ग्रामीण जनता सचिव साहब के आने का इंतजार करती रहती है लेकिन सचिव साहब के दर्शन दुर्लभ हो जाते हैं l
वहीं ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों की नियुक्ति की गई है जिससे ग्रामीणों को पंचायत भवनों में ही सारी सुविधाएं उपलब्ध हो सके व सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिल सके लेकिन पंचायत सहायक घर से पंचायत भवनों तक जाते ही नहीं है फिर भी उनको घर बैठे का मानदेय दिया जा रहा है l
ग्राम्य विकास विभाग व पंचायतीराज विभाग द्वारा सरकार के निर्देशों का खुला उलंघन करते हुए कार्य किया जा रहा है जिसके कारण ग्राम पंचायतों के विकास में बड़ी बाधा उत्पन्न हो रही है
जिले में तैनात सचिवों द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों के लिए अाई धनराशि को मनमाने तरीके से ठिकाने लगाने का काम किया जा रहा है लेकिन जब शिकायत कर्ताओं द्वारा शिकायत की जाती है तो उसमें भी गलत रिपोर्ट आख्या लगाकर शिकायत कर्ताओं को गुमराह करने का काम किया जा रहा है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."