मुनेंद्र भूषण की रिपोर्ट
बिहारशरीफ (नालंदा): बड़ी संख्या में युवा रोजगार की तलाश में हैं। नौकरी मिलना मुश्किल है। सरकारी मुलाजिम हो गए तो पूछिए मत। इस बीच बिहार के नालंदा से एक अजीब खबर सामने आई है। पति ही अपनी पत्नी की नौकरी छुड़ाने जिद पर अड़ गया। जाब भी प्राइवेट नहीं सरकारी। इसके लिए वह सीधे शिक्षा विभाग के कार्यालय पहुंच गया। फर्जी टीईटी सर्टिफिकेट लगाकर नियुक्ति होने की बात कहते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी से पत्नी को नौकरी से निकालने की बात कहने लगा। आधार दिया कि सर्टिफिकेट में पति का नाम गलत लिखा है। डीईओ ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्थापना डीपीओ को जांच कर अविलंब रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है।
दरअसल शनिवार को शिक्षा विभाग के कार्यालय में अचानक एक व्यक्ति जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद के पास पहुंचा। केशव से उसने कहा कि सर, मेरी पत्नी फर्जी टीईटी सर्टिफिकेट पर शिक्षक की नौकरी कर रही है। शिकायत कर्ता सिलाव निवासी धर्मेंद्र कुमार गुप्ता हैं। उन्होंने बताया कि पत्नी का नाम ममता कुमारी है। उन्होंने डीईओ को आवेदन देकर बताया कि जिस सर्टिफिकेट पर पत्नी नौकरी कर रही है उसमें उसके पति का नाम शैलेंद्र कुमार है जबकि उसका पति मैं हूं। मेरा नाम धर्मेंद्र कुमार गुप्ता है। इससे स्पष्ट होता है कि उसने फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर नगर पंचायत शिक्षिका की नौकरी कर रही है।
पीड़ित धर्मेंद्र ने डीईओ से गुहार लगाई की पत्नी ममता कुमारी की सर्टिफिकेट की पूरी जांच कराई जाए ताकि हकीकत का पता चल सके। वहीं विभागीय सूत्रों से जानकारी मिली कि धर्मेंद्र का उसकी पत्नी से पहले ही तलाक हो चुका है। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है इसकी जांच की जा रही है। बहरहाल, डीईओ ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थापना डीपीओ को जांच कर अविलंब रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है।
Author: samachar
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