रश्मि प्रभा और गौरव सोलंकी की रिपोर्ट
मंगलवार को अक्षय तृतीया का पुण्य पर्व 83 वर्षीय सावित्री देवी के लिए सबसे महत्वपूर्ण था। वह इसलिए कि उनसे मिलने उत्तर प्रदेश से उनके पुत्र अजय बिष्ट (योगी आदित्यनाथ) आ रहे थे। योगी आदित्यनाथ आखिरी बार 11 फरवरी 2017 को अपने गांव आए थे। तब भी वह एक रात अपने पैतृक घर में प्रवास किया था। मंगलवार को वह करीब पांच वर्ष बाद अपने गांव पहुंचे थे।
पहाड़ के एक आम गांव में बैठी बजुर्ग मां ने दुनिया के लिए बड़ा नाम हो चुके अपने लाल को गले से लगाकर जी भर कर लाड़ दिया। भावुक योगी एक पल मां को निहारते रहे। योगी इससे पहले 2017 में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अपने घर आए थे। यमकेश्वर में भाजपा प्रत्याशी ऋतु खंडूडी के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित करने के बाद 11 फरवरी 2017 को योगी ने रात अपने घर पर बिताई थी।
तब वो सिर्फ गोरखपुर के एक सांसद थे। इसके कुछ माह बाद ही वह यूपी के सीएम बन गए। बड़ी जिम्मेदारी मिलने के कारण योगी अपने गांव नहीं आ पाए थे। इस बीच 2020 में उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट का भी निधन हो गया। योगी फिर भी अपने गांव नहीं आ पाए। हालांकि उनके परिवारी लोग योगी से मिलने लखनऊ जाते रहे हैं, लेकिन मां से मिलने की उसकी इच्छा हमेशा बनी रही।
बतौर सीएम पहले कार्यकाल में 84 वर्षीय मां सावित्री देवी भी लखनऊ सीएम आवास में गई थीं। लेकिन इसके बाद मां और बेटे का मिलन नहीं हो पाया। यूपी में दोबारा सरकार बनाने के तत्काल बाद सीएम योगी ने मां से मिलने की इच्छा व्यक्त की थी। वहीं, 84 वर्षीय मां सावित्री देवी भी बेटे योगी के घर आकर मिलने का लंबे समय से इंतजार कर रही थीं।
उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ तीन दिन के उत्तराखंड के दौरे पर हैं। वे 5 साल बाद मंगलवार को अपने गांव पंचूर पहुंचे। यहां मां सावित्री से मिलने से पहले उन्होंने भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद मां से मिले। मां ने योगी के सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया। यह मां-बेटे के लिए काफी भावुक क्षण था।
संन्यास लेने के बाद किसी संन्यासी के लिए जीवन में सामाजिक रिश्ते बदल जाते हैं, मगर मां का रिश्ता सदैव बना रहता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अब उनके भाई, बहन व अन्य लोग महाराज कहकर संबोधित करते हैं, मगर मां सावित्री देवी के लिए वह आज भी वही अजय हैं, जो उनके आंचल में पले और बढ़े। इस दौरान तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए योगी आदित्यनाथ ने सिर्फ एक शब्द ‘मां’ लिखा।
इसीलिए पांच साल बाद जब योगी अपनी जन्मदात्री से मिले तो उनके मुख से भी मां का संबोधन निकला। योगी ने अपनी मां के पैर छूकर आशीष लिया। मां का ममतामयी हाथ सिर पर आया तो योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए।
योगी ने मां से पूछा कि क्या वह उन्हें पहचान रही हैं
योगी आदित्यनाथ ने मां से पूछा कि क्या वह उन्हें पहचान रही हैं, मां की ओर से जब कोई जवाब नहीं आया तो योगी आदित्यनाथ ने इस वाक्य को तीन बार दोहराया, जिसके बाद मां ने सिर हिलाकर अपनी भावनाएं व्यक्त की। योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद मां की कुशलक्षेम पूछी। इस दौरान योगी आदित्यनाथ और उनकी मां सावित्री देवी का गला भर आया।
भावुक हुए योगी
इससे पहले पंचूर से 2 किमी दूर बिथ्याणी में योगी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में गुरु अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। गुरु को याद करते हुए योगी भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “आज मुझे अपने गुरुओं का सम्मान करने का सौभाग्य मिला। मैं 35 साल बाद अपने अध्यापकों से मिल पा रहा हूं। मैं आज जो कुछ भी हूं माता-पिता और गुरु अवेद्यनाथ की वजह से हूं।” इस दौरान वे बोलते-बोलते भावुक हो गए और उनकी आंखें भर आईं।
5 साल बाद मां से मिले योगी आदित्यनाथ
योगी के इस कार्यक्रम को कवर करने के लिए देशभर से मीडिया पहुंचा हुआ है। हालांकि, उत्तराखंड प्रशासन ने योगी के गांव से एक किमी पहले ही मीडिया को कुछ देर तक के लिए रोक दिया।
कार्यक्रम के दौरान योगी ने यह भी कहा, “उत्तराखंड में भाजपा सरकार न बनती तो शायद मैं यहां आज भी नहीं आ पाता। शायद मैं अपने गांव भी नहीं आ पाता। कोरोना काल में हमने लोगों को फ्री चिकित्सा की सुविधाएं दीं। ऐसी ही व्यवस्था हमें अब उत्तराखंड में नजर आती हैं, जब से हमारी भाजपा सरकार यहां आई है।”
स्कूल के 6 शिक्षकों को शॉल देकर सम्मानित किया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने स्कूल के शिक्षकों को सम्मानित किया। 6 शिक्षकों को शॉल देकर उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं यहां कक्षा 1 से 9 तक पढ़ा हूं। मुझे याद है कि 1940 से 2014 तक मेरे गुरु यहां नहीं आ पाए। जबकि उनका जन्म यहीं हुआ था।
देखिए सीएम योगी के उत्तराखंड दौरे की कुछ और खास तस्वीरें
करीब आधा घंटा मां के कमरे में बिताया
उन्होंने अपने भाइयों से मां के स्वास्थ्य तथा उपचार आदि की जानकारी ली। इसके बाद करीब आधे घंटे का समय योगी आदित्यनाथ ने मां के कमरे में ही अपने भाई-बहनों और अन्य स्वजन के साथ बिताया।
भतीजे को जन्मदिन पर दिया आशीर्वाद
मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे अनंत का जन्मदिन भी था। उन्होंने भतीजे से मुलाकात कर उसे आशीर्वाद भी दिया। इसके बाद योगी घर के बाहर लगे पंडाल में पहुंचे, जहां उन्होंने एक-एक कर गांव के नागरिकों, बुजुर्गों तथा महिलाओं से भेंट की। मिलने पहुंचे बच्चों को भी उन्होंने मिठाई खिलाई और उनसे बातचीत करने के साथ फोटो भी खिंचवाई।
योगी बुधवार को भी अपने गांव में ही रुकेंगे
योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने पैतृक घर पर ही प्रवास पर हैं। यहां उनके लिए एक कमरा हमेशा सुरक्षित रखा जाता है। बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ बुधवार को भी अपने गांव में ही प्रवास करेंगे। यद्यपि अभी उनका कार्यक्रम अंतिम रूप से तय नहीं हुआ है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."