संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- जनपद में जातिगत शोषण अन्याय अत्याचार मर्डर हत्या बलात्कार रेप आदि दर्दनाक घटनाएं अभी भी थंभने का दम नहीं ले रही है कर्वी सदर कोतवाली से सटे एवं जिला कारावास के नाक के नीचे सपहा गांव निवासी नन्हा पुत्र रामशरण उम्र 42 वर्ष जाति अनुसूचित जाति 28 अप्रैल 2022 को अपने घर से लगभग 10 बजे कसहाई में बबलू मिश्रा ट्रेडर्स में ट्रैक्टर चालक का कार्य करने गए थे उसी दिन मालिक के घर में बर्थडे कार्यक्रम था और घर रात्रि में नहीं पहुंचे! 29 अप्रैल 2022 को सुबह होते ही जब महिला बाहर खेतों में गई तो कसहाई के आगे पुलिया के पास कराहता हुआ एक अधेड़ पुलिया के नीचे पड़ा है और मोबाइल ऊपर रखा है महिलाओं के परिजनों को जानकारी दी गई परिजन तुरंत जिला अस्पताल चित्रकूट में भर्ती करावाये तो सर में गंभीर रूप से चोटें एवं सर फटा हुआ एवं शरीर में अंदरूनी चोटे सामने आई काफी मात्रा में ब्लड निकल चुका था शाम को अधिक तबीयत गंभीर होने के कारण जिला चिकित्सालय से प्रयागराज के लिए रिफर किया गया लगभग 10:00 बजे रात्रि में ले जाते समय डिस्टिक हॉस्पिटल से लगभग 50 किलोमीटर के मऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक में अधेड़ दम तोड़ दिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊ में चिकित्सकों के द्वारा मृत घोषित कर दिया गया इसके बाद लाश को लेकर पुनः कर्वी चिकित्सालय मर्चरी हाउस पर रखवाया गया फिर 30 अप्रैल सन 2022 को पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार किया गया l
बात यह है कि ऐसी दर्दनाक घटना को एक्सीडेंट दिखाना बहुत ही संदिग्ध लग रहा है क्योंकि उसका मोबाइल पुलिया के ऊपर रखा मिला और वह पुलिया के नीचे खून से लथपथ मिला l
बात एक्सीडेंट की हो रही है एक्सीडेंट अगर होता तो क्या शरीर के किसी अंग में कोई फैक्चर नहीं आता डायरेक्ट सर पर चोट नहीं लगती l
सवाल यह उठता है की क्या बुलेरो के ठोकर से पुलिया के नीचे जाता l
घटना की जानकारी मिलते ही भीम आर्मी भारत एकता मिशन के पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रभान अम्बेडकर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे व हालचाल जाना व प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस घटना को संज्ञान में लेते हुए उचित जांच करवाते हुए घटनाक्रम को सामने लाया जाए l
यह घटना अपने मन को झकझोर दिया कि समाज में हो रहे शोषण अत्याचार को किस प्रकार से रोका जाए आए दिन ऐसी जगह घटनाएं सामने आती परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."