ओम प्रकाश पाण्डेय की रिपोर्ट
बलिया। प्रदेश मेें महिला उत्पीड़न की घटनाओं को सख्ती से रोकने के निमित्त उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वूमेन पाॅवर लाइन 1090 की स्थापना की गयी। इसके साथ ही पुलिस की आपात सेवा 112 को वीमेन पॉवर लाइन (1090) के साथ एकीकृत किया था। इससे दोनों में से किसी भी नंबर पर आने वाली कॉल पर तत्काल पुलिस की मदद मिल सकेगी। वीमेन पॉवर लाइन में ‘डाटा एनालिटिक्स सेंटर’ की स्थापना भी की गई है। इससे प्रदेश में छेड़छाड़ वाले हॉटस्पॉट चिह्नित किए जा सकेंगे।
यह बातें महिला थाने में तैनात आरक्षी करुणा मौर्या व अंजूवाना ने कहीं। ये कामेश्वर चैरिटेबल ट्रस्ट के बैनर तले रामरती बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित जागरुकता अभियान के तहत गोष्ठी को संबोधित कर रही थीं। इसी क्रम में विद्यालय की प्रबंधन आशा तिवारी व प्रधानाचार्या निधि तिवारी ने कहा कि शहर हो या गांव अक्सर कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं, जो हिंसा और उत्पीड़न का शिकार होती हैं लेकिन लोक लाज के चक्कर में शिकायत नहीं करती हैं। ऐसे ही कुछ महिलाएं बाहर ही नहीं बल्कि घरों में भी यौन शोषण और हिंसा का शिकार बनती हैं, मगर खामोश रहती हैं। इसी परेशानी के मद्देनजर यूपी में वूमेन पॉवर हेल्पलाइन की शुरुआत हुई।
ट्रस्ट के सचिव संतोष तिवारी ने कहा कि जब भी आपको मदद की जरूरत हो, आप खतरे में हों या कोई गंभीर रूप से घायल हो गया हो, तो तुरंत 112 नंबर डायल कीजिए। अगर आपके सामने मारपीट, हत्या, डकैती या हंगामे जैसे गंभीर क्राइम हो रहे हों, तो भी आप 112 पर डायल कर सकते हैं।
Author: samachar
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