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November 2, 2024 3:04 am

बिना किसी भय के की जाती है हर्ष फायरिंग, गांव में दहशत का माहौल बनाने की कोशिश

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट। हर्ष फायरिंग और उस वजह से होने वाली मौत पर पुलिस प्रशासन काफी सख्त दिख रहा है शादी समारोह, तिलक समारोह, चुनाव में जीत, जन्मदिन उत्सव और पार्टियों में हर्ष फायरिंग की घटनाओं में कई लोगों की जान जा चुकी है लेकिन फिर भी लोग शासन प्रशासन के निर्देशों का खुला उलंघन करते हुए मनमाने तरीके से हर्ष फायरिंग करते हुए नजर आते हैं l

गत वर्ष पूर्व जिले के मऊ थानांतर्गत ग्राम पंचायत टिकरा में हर्ष फायरिंग के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ था जिस पर बड़ी लापरवाही बरतने का काम किया गया था l

ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पटना खालसा का l

 

राजापुर थाना क्षेत्र के गांव पटना खालसा में 19 व 20 अप्रैल 2022 की शाम गोलियों की तड़तडाहट से गूंजी जिसमें बिना किसी भय के हर्ष फायरिंग की गई व हर्ष फायरिंग के जरिए गांव में दहशत का माहौल बनाने का काम किया गया l

पटना खालसा निवासी ज्ञानेन्द्र प्रसाद मिश्र के पुत्र श्रीराम मिश्रा का 19 अप्रैल 2022 को बरूआ (मायन) था जिसमें गांव भ्रमण के दौरान संत भूषण उर्फ इलाहाबादी ने अपनी लाइसेंसी बंदूक रायफल 315 से हर्ष फायरिंग की वहीं ज्ञानेन्द्र प्रसाद मिश्र ने अपनी डबल बैरल दो नाली बंदूक से हर्ष फायरिंग की वहीं कई अन्य लोगों ने भी हर्ष फायरिंग के जरिए गांव में दहशत का माहौल बनाने की कोशिश की गई l

वहीं जब 20 अप्रैल 2022 को श्रीराम मिश्रा की बारात जब पहाड़ी थाना क्षेत्र के सिकरिया (तौरा) गांव पहुंची तो वहां बारात में मनमाने तरीके से हर्ष फायरिंग की गई वहीं 28 अप्रैल 2022 को देवी पूजन के दौरान भी बिना किसी भय के मनमाने तरीके से हर्ष फायरिंग की गई l

सवाल यह भी उठता है कि पुलिस प्रशासन द्वारा हर्ष फायरिंग में रोक लगाने के बावजूद बिना किसी भय के पटना खालसा व सिकरिया (तौरा) गांव में गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजती रही लेकिन प्रभारी निरीक्षक थाना राजापुर व प्रभारी निरीक्षक थाना पहाड़ी को भनक तक नहीं लगी या फिर राजापुर पुलिस व पहाड़ी पुलिस द्वारा सब कुछ जानने के बावजूद मामले को दबाने का काम किया गया है l

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."