दुर्गा प्रसाद शुक्ला के साथ नौशाद अली की रिपोर्ट
रायबरेली, कुछ विभागों में भ्रष्टाचार इस कदर हावी है कि बिना रिश्वत के गरीबों तक सरकारी योजनाएं पहुंचती ही नहीं। राजस्व विभाग से संबंधित ऐसा ही एक मामला तब सामने आया, जब लेखपाल का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें वह फरियादी से कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि पांच लाख का लाभ लेना है तो 50 हजार रुपये देने ही पड़ेंगे।
एसडीएम ने लेखपाल को न सिर्फ निलंबित किया, बल्कि उसके खिलाफ एफआइआर भी लिखाई गई है। “समाचार दर्पण 24” ऐसे किसी भी वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
पांच लाख का फायदा दूंगा तो 50 हजार लूंगा! लेखपाल ने कहा
रायबरेली के ऊंचाहार के अलीनगर अस्करनपुर का मामला pic.twitter.com/aOQ8AECPCu— Samachar Darpan (@SamacharDarpan2) April 26, 2022
मामला अलीनगर असकरनपुर का है। शासन की ओर से जरूरतमंदों को पट्टे पर सरकारी भूमि देने का आदेश है। इसी से संबंधित यह प्रकरण भी रहा।
सोमवार की देर शाम हल्का लेखपाल अमर सिंह यादव का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें वह कुछ ग्रामीणों के बीच तखत पर बैठे सिगरेट पीते दिख रहे हैं। ग्रामीणों से कह रहे हैं कि “तुमको अगर मैं पांच लाख का फायदा दूंगा तो तुमको 50 हजार रुपये तो निकालने ही पड़ेंगे। सीधी, खुली और एकदम स्पष्ट बात है।”
बातचीत के दौरान वहीं पर मौजूद किसी शख्स ने इस पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल में कैद कर लिया। इसके बाद वायरल कर दिया।
यह वीडियो जिला और तहसील प्रशासन तक भी पहुंचा। तब एसडीएम राजेश कुमार ने इसे लिया और मंगलवार को कार्रवाई कर दी। कोतवाली शिव शंकर सिंह ने बताया कि राजस्व निरीक्षक सुशील सिंह की तहरीर पर लेखपाल अमर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
Author: samachar
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