जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
‘बहुत देर कर दी हुजूर आते-आते…’ सीतापुर जेल में करीब ढाई साल से बंद आजम खान का अखिलेश यादव के लिए यही संदेश है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से दरकिनार किए जाने से नाराज आजम खान ने रविवार को सपा नेताओं से मुलाकात से इनकार करके कई सावल खड़े कर दिए हैं। माना जा रहा है कि आजम खान अब अखिलेश यादव की दलीलें सुनने को तैयार नहीं हैं और अपना अंतिम फैसला ले चुके हैं। खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर सपा नेताओं से मुलाकात से इनकार कर चुके आजम खान ने हाल ही में शिवपाल यादव से एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत की थी।
शिवपाल और आजम खान की मुलाकात के बाद से ही अटकलें हैं कि दोनों नेता एक साथ किसी नए मोर्चे का ऐलान कर सकते हैं। दोनों ही नेताओं की सपा कार्यकर्ताओं पर बेहद मजबूत पकड़ है और दोनों ही अखिलेश यादव से बेहद नाराज हैं। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, इस समय दोनों नेताओं का एक ही लक्ष्य है, अखिलेश से अपनी उपेक्षा का बदला लेना।
डैमेज कंट्रोल में जुटे अखिलेश यादव,
विधानसभा चुनाव के नतीजों के ठीक बाद से ही सपा में कई तरफ से बगावत की आवाज उठ रही है। शुरुआत में तो अखिलेश यादव इसे बेहद हल्के में लेते रहे, लेकिन चाचा शिवपाल की आजम खान से मुलाकात के बाद अचानक वह एक्टिव हो गए हैं। उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं को संदेश देकर सीतापुर जेल भेजा, लेकिन आजम खान की सहमति नहीं मिलने की वजह से इन्हें पर ही लंबे इंतजार के बाद लौटना पड़ा। बताया जा रहा है कि आजम खान की नाराजगी इस बात को लेकर और बढ़ गई कि खुद अखिलेश मिलने के लिए नहीं आए, बल्कि पार्टी के कुछ नेताओं को मिलने के भेजा।
अखिलेश बोले- लड़ेंगे कानूनी लड़ाई
सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजम खान के मसले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि सपा उनके साथ है। उन्होंने कहा कि आजम खान की जमानत कराने के लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं। उनके लिए कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। अखिलेश यादव ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने सपा नेता रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को आजम खान से मिलने सीतापुर जेल भेजा था लेकिन आजम खान ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। अखिलेश ने कहा कि मुझे कोई जानकारी नहीं है। हाल ही में शिवपाल यादव आजम खां से मुलाकात कर चुके हैं उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा था कि अगर मुलायम व अखिलेश यादव चाह लेते तो आजम खान की जमानत हो जाती। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे नहीं मालूम उनसे मिलने कौन गया, इस बाबत कोई जानकारी नहीं है।
अखिलेश यादव ने रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने सपा नेता रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को आजम खान से मिलने सीतापुर जेल भेजा था लेकिन आजम खान ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। इस बाबत अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
हाल ही में शिवपाल यादव आजम खान से मुलाकात कर चुके हैं उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा था कि अगर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव चाह लेते तो आजम खां की जमानत हो जाती। इस मुलाकात पर पूछे गए सवाल पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे नहीं मालूम उनसे मिलने कौन गया, इस बाबत कोई जानकारी नहीं है। आजम के लिए सपा कानूनी लड़ाई लड़ेगी।
अखिलेश यादव रविवार को लखनऊ के गोसाईंगंज इलाके में महिला उपनिरीक्षक रश्मि यादव के परिजनों से मिलने के लिए गए थे। इसके बाद उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग पर राजनीतिक दबाव बना हुआ है। पुलिसकर्मियों का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है और उनकी मदद से सरकार कानून व्यवस्था को लेकर अपनी नाकामियां छिपा रही है। यह मुद्दा विधानसभा में उठाया जाएगा। सपा प्रमुख ने कहा कि रश्मि यादव ने कड़ी मेहनत और पढ़ाई करके नौकरी हासिल की थी। उनके थाने पर राजनीतिक दबाव था। रश्मि के पिता मुन्ना लाल यादव ने मामले की निष्पक्षता से जांच की मांग की है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."