संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- मऊ तहसील के ग्राम पंचायत रामनगर में एक अनुसूचित जाति के एक गरीब व्यक्ति भोला रैदास द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे अपने घर के सामने झोपड़ी बनाकर सब्जी फल व पान मसाला की दुकान संचालित की जा रही थी जिससे गरीब भोला रैदास के परिवार का भरण पोषण होता था लेकिन कुछ दबंग लोगो ने साजिश के तहत हल्का लेखपाल अरबाज सिद्दीकी से साठ गांठ करके व शिकायती पत्र देकर झोपड़ी गिरवा दिया जिसमें पीड़ित भोला से हल्का लेखपाल अरबाज सिद्दीकी द्वारा एक लाख रुपए की मांग की जा रही थी जिसमे पीड़ित भोला द्वारा एक लाख रुपए न दिए जाने के एवज में झोपड़ी गिराकर कीमत चुकानी पड़ी गरीब भोला की झोपड़ी गिराकर जिम्मेदार अतिक्रमण हटाए जाने के नाम पर वाहवाही लूटने का काम कर रहे हैं l
जबकि रामनगर बस स्टैंड व राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे कई लोग अवैध रूप से कब्जा कर दुकानें संचालित कर रहे हैं लेकिन किसी के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की गई है l
वहीं रामनगर गांव के पूर्व प्रधान राज करन ने ग्राम प्रधान रहते हुए ग्राम सभा की बंजर जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था व ग्राम सभा के गाटा संख्या 1191 प्राथमिक विद्यालय मंदिर पुरवा के बगल में ग्राम सभा की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर मकान बनवा लिया था वहीं गाटा संख्या 1091 ग्राम सभा की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था व गाटा संख्या 1562 राज्य सरकार की जमीन व राष्ट्रीय राजमार्ग लोक निर्माण विभाग की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर मकान बनवा लिया था अब प्रधानी छूट जाने के बाद पूर्व प्रधान द्वारा अवैध रूप से कब्जा की हुई जमीन को बेंचने की फ़िराक में है व जिन सरकारी ज़मीनों पर मकान निर्माण कराया है उन मकानों को बेचकर लाखो रुपए कमाने की फ़िराक में पूर्व प्रधान लगा हुआ है l
पूर्व प्रधान पुलिस मित्र होने के चलते धौंस दिखाकर मनमाने तरीके से सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया है l
ग्राम पंचायत रामनगर के पूर्व प्रधान राजकरन द्वारा ग्राम प्रधान रहते हुए कब्ज़ा की गईं ग्राम सभा की ज़मीन व राज्य सरकार की जमीन व राष्ट्रीय राजमार्ग लोक निर्माण विभाग की ज़मीन को कब्ज़ा मुक्त कराए जाने के लिए वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह राणा ने पूर्व में जिलाधिकारी महोदय सहित उप जिलाधिकारी मऊ व तहसीलदार मऊ को पत्र लिखकर जांच कराए जाने की मांग की है व पूर्व प्रधान राज करन से सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त कराए जाने की मांग की थी लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी l
वहीं सूत्रों के अनुसार पता चला है कि पूर्व प्रधान राजकरन ने हल्का लेखपाल से साठ गांठ करके व मोटी रकम वसूल कर मामले को दबाने का काम किया था l
रामनगर ग्राम पंचायत में तत्कालीन ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम सभा व राज्य सरकार की जमीन पर कब्जा कर मकान निर्माण कराना अतिक्रमण नहीं तो क्या है आखिर पूर्व प्रधान द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे पर जिम्मेदार कार्यवाही करने से क्यों कतराते हुए नजर आते हैं
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."