संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- उप निबंधक कार्यालय में दैनिक पारिश्रमिक पाने वाले प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा आम आदमी को मनमाने तरीके से लूटने का काम किया जा रहा है इस अवैध वसूली करने वाले प्राइवेट कर्मचारियों को शासन प्रशासन का कोई भय नहीं है जिसके कारण यह अपनी मनमानी करते हुए कार्य कर रहे हैं व आम आदमी से अपने मन मुताबिक वसूली कर रहे हैं वहीं कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारी व बाबू सिर्फ तमाशाई बने नजर आते हैं जिससे यह साफ़ प्रतीत होता है कि उप निबंधक कार्यालय में जिम्मेदार अधिकारियों की सह पर ही प्राइवेट कर्मचारी आम आदमी से अवैध वसूली कर रहे हैं l
उप निबंधक कार्यालय में उप निबंधक (सब रजिस्टार) राजेश सिंह यादव व बाबू वली उज्जिमा (बली बाबू) ही सरकारी कर्मचारी के रूप में तैनात हैं बांकी प्राइवेट कर्मचारियों की भरमार है l
उप निबंधक कार्यालय कर्वी में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारी राम मूरत यादव जो कमप्यूटर आपरेटर का कार्य देख रहा है कमप्यूटर आपरेटर राम मूरत यादव द्वारा संबंधित कार्यों को देखते हुए अवैध वसूली की जाती है वहीं कमप्यूटर आपरेटर शमसुद्दीन उर्फ़ शानू व प्राइवेट कर्मचारी राजा व संतोष व अशोक धुरिया के अवैध वसूली के चर्चे तो हर जगह सुनने को मिल रहे हैं l
अशोक धुरिया उप निबंधक कार्यालय कर्वी में अवैध वसूली का प्रमुख स्तंभ बना हुआ है जिसे जिम्मेदार अधिकारियों व बाबुओं का संरक्षण प्राप्त है जो अपनी मनमानी करते हुए अवैध वसूली कर रहा है व आम आदमी को लूटने का काम कर रहा है l
सवाल यह भी उठता है कि शासन की नियमावली के अनुसार प्राइवेट कर्मचारी रखे जाने का कोई भी प्राविधान नहीं है व जो भी कर्मचारी सरकारी कार्यालयों में रखे जाएंगे वह आउट सोर्सिंग व संविदा कर्मचारी के रूप में तैनात होंगे लेकिन उप निबंधक कार्यालय कर्वी में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारियों को दैनिक पारिश्रमिक के रूप में तैनात किया गया है लेकिन इनको दैनिक पारिश्रमिक कैसे दिया जाता है व प्रति कर्मचारी को कितना दैनिक पारिश्रमिक दिया जाता है यह एक जांच का विषय है l
Author: samachar
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