राजा कुमार साह की रिपोर्ट
मधुबनी, हरलाखी थाना क्षेत्र में पिता व सौतेली मां की कथित प्रताडऩा की शिकार नाबालिग लड़की को बालिका गृह में रखा गया है। गौरतलब है कि नाबालिग बालिका का प्रताडऩा संबंधी मामला संज्ञान में आने पर चाइल्ड लाइन, जयनगर की टीम ने पीड़ित बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थापित किया। बाल कल्याण समिति ने पीड़िता को तत्काल बालिका गृह में रखने का आदेश दिया। फिलहाल, पीड़िता बालिका गृह में आवासित है। वह डरी व सहमी हुई है। फिलहाल वह अपने घर जाना नहीं चाह रही है।
तंग आकर घर से भाग निकली थी पीड़िता
पीड़िता का मेडिकल टेस्ट निगेटिव आया है। बालिका की काउंसिलिंग की गई। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष बिंदु भूषण ठाकुर ने बताया कि चाइल्ड लाइन, जयनगर द्वारा पीडित बालिका को उपस्थापित करने के बाद समिति ने उसे बालिका गृह में रहने का आदेश दिया है। चाइल्ड हेल्प लाइन के सदस्य कमतौल पहुंचे और बिट्टू मिश्रा के सहयोग से नाबालिग लड़की को लेकर बालिका गृह को सौंपने के लिए जयनगर रवाना हुए थे। इस आदेश के आलोक में पीड़िता बालिका गृह में आवासित है। वहीं दूसरी ओर, बालिका के साथ घटी प्रताडऩा संबंधी आवेदन पुलिस को प्राप्त नहीं होने के कारण पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रताडऩा की हदें हुई पार
पिता और सौतेली मां ने नाबालिग बेटी को पहले जमकर पीटा। फिर उसके बाल काटे और संवेदनशील अंग व शरीर के अन्य हिस्सों को गरम पानी डालकर जला दिया। माता-पिता की प्रताडऩा से तंग आकर लड़की भाग निकली। वह थाना क्षेत्र के फुलहर कमतौल पहुंच गई। वहां पहले तो ग्रामीणों ने पागल समझकर भगाने का प्रयास किया, लेकिन जब लड़की ने आपबीती सुनाई तो लोगों का कलेजा कांप गया। इसके बाद लोगों ने पीडि़ता को पनाह दी। इस बीच सूचना के बाद स्वयंसेवी संस्था मिथिला जागरूकता अभियान फाउंडेशन की संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा फुलहर कमतौल महादलित बस्ती पहुंची। पीडि़ता से पूरी जानकारी ली। पूछने पर बताया कि अब वह दोबारा घर नहीं जाएगी। इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचना दी गई।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."