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November 23, 2024 6:02 am

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ससुर रहम की भीख मांगता रहा और दामाद चाकुओं का वार करता रहा, पढ़िए क्या है मामला

17 पाठकों ने अब तक पढा

टिक्कू आपचे की रिपोर्ट

पुणे में एक दिल दहलाने वाली घटना कैमरे में कैद हुई है। यहां पारिवारिक विवाद को लेकर एक दामाद ने अपने ससुर को बीच बाजार एक दुकान में घुस मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद आरोपी चाकू लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचा और सरेंडर कर अपना गुनाह कबूल कर लिया।

पुणे पुलिस के मुताबिक, रिश्तों के कत्ल की यह वारदात खड़की के आकाश दीप सोसायटी में बुधवार शाम को हुई है। मृतक की पहचान रमेश रामचंद्र उत्तरकर (65) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी अशोक गुलाब कुडले (38) को अरेस्ट कर लिया है।

2019 से पत्नी से अलग रह रहा था आरोपी

जांच में सामने आया है अशोक साल 2019 से अपनी पत्नी से अलग रह रहा था। इसके पीछे पारिवारिक कलह वजह बताई जा रही है। अशोक का मानना है कि उसके ससुर की वजह से ही उसकी पत्नी ने उसे छोड़ा था। बुधवार को दोनों के बीच चल रहे तलाक के केस की सुनवाई थी। अदालत में अशोक और रमेश की मुलाकात हुई और यहां दोनों के बीच जोरदार बहस हुई थी।

ससुर पर 15 सेकंड में किए 5 बार वार

इसके बाद रमेश घर चला आया और अपनी कपड़े की दुकान के बाहर बैठा हुआ था। इसी दौरान अशोक एक चाकू लेकर वहां पहुंचा और रमेश को दौड़ा कर उसे मारने लगा। यह वारदात कपड़े की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। जो वीडियो सामने आया है उसमें रमेश हाथ जोड़ कर दुकान में भागता हुआ और अशोक उस पर लगातार प्रहार करता नजर आ रहा है। वह 15 सेकंड में रमेश पर 5 बार चाकू से प्रहार करता है। इसके बाद रमेश मौके पर ही गिर पड़ता है और उसकी मौत हो जाती है।

ससुर पर बेटी को बहकाने का आरोप

जांच में सामने आया है कि अशोक कुडले अपनी मां के साथ रह रहा था और उसका एक बेटा और एक बेटी है। अशोक के ससुर आर्थिक रूप से संपन्न थे और उनकी पुणे में दो दुकाने हैं। आरोपी का कहना है कि उसकी पत्नी को उकसाने में उसके ससुर का ही हाथ था, इससे उनका रिश्ता खत्म हो गया था। पति-पत्नी के बीच तीन साल से कोर्ट में केस चल रहा था। इस बीच अशोक कुडले कई बार पत्नी से घर आने की गुजारिश कर चुका था। पुलिस को अशोक ने बताया कि उसका ससुर जानबूझकर उसकी पत्नी को ससुराल नहीं भेज रहा था।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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