सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। 19 अप्रैल को राजस्थान के भरतपुर के सैह गांव के सैकड़ों दलितों ने पूरे परिवार के साथ गांव से पलायन कर दिया। पलायन करने वाले दलित परिवार धीरे धीरे भरतपुर के जिला मुख्यालय पर एकत्रित हो रहे हैं। दलितों ने अपने गले में तख्ती लटका रखी है, जिसमें लिखा है कि हम अत्याचार सहन नहीं कर सकते हैं।
खुफिया सूत्रों के अनुसार दलितों का कहना है कि समुदाय विशेष के लोग बेवजह उनके साथ मारपीट करते हैं। उनके साथ भेद भाव करते है उन पर अत्याचार करते है इस स्थिति में अब गांव में रहना मुश्किल हो रहा है।
इस मामले में खास बात यह है कि जो लोग दलितों के वोट पर राजनीति करते हैं वे खामोश है। किसी भी राजनेता ने दलितों के जख्मों को सहलाने का काम नहीं किया।
हालांकि भरतपुर के कांग्रेसी विधायक और प्रदेश के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने दलितों से पलायन न करने की अपील की, लेकिन विश्वेंद्र सिंह की इस अपील का दलित समुदाय पर कोई असर नहीं हुआ। वहीं भाजपा के प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण ही दलित समुदाय का पलायन हुआ है। समुदाय विशेष पर अगर कड़ी कार्यवाही हो जाती तो भरतपुर के सैह गांव से दलित समुदाय को पलायन नहीं करना पड़ता।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."