दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अमरोहा : उम्र करीब 80 वर्ष, कंधे पर लटका प्रार्थना पत्रों से भरा थैला, पैरों में टूटी हुई चप्पल और लाठी के सहारे चलता हुआ तेजराम सोमवार दोपहर रहरा थाने पहुंचा।
दफ्तर में बैठे प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह को प्रार्थना पत्र थमाकर बोला कि साहब मेरी चार बीघा जमीन पर बाबा का बुलडोजर चलवा दो। पहले तो चकबंदी अधिकारियों ने मेरी जमीन पर दूसरे किसान का चक लगा दिया। इसके बाद उसको जो नया चक दिया गया उस पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। शिकायत करने पर अधिकारी उसकी बात तक नहीं सुन रहे। वह कार्यालय के चक्कर लगा-लगाकर अब थक चुका है।
मामला उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा के रहरा थाना क्षेत्र का है। बुजुर्ग ने रहरा थाने के प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह को बताया कि वह सैद नगली के गांव झुडी का निवासी है। गांव में उसकी करीब 15 बीघा जमीन है जो तीनों बेटो ने बराबर बराबर बांट ली है।
बताया कि वर्ष 2005 में उसने थाना क्षेत्र के ग्राम बूरावली में चार बीघा जमीन का बैनामा कराया था। तीनों बेटों ने उसके हिस्से में गुजर बसर करने के लिए यही जमीन छोड़ दी थी। लेकिन चार साल पहले हुई चकबंदी के बाद उसकी इस जमीन पर चकबंदी अधिकारियों द्वारा किसी अन्य किसान का चक लगा दिया गया तथा जहां उसका नया चक लगा वहां भी दूसरे दबंग लोगों ने कब्जा कर रखा है।
तेजराम ने बताया कि वह पिछले चार वर्ष से दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शिकायत सुनने के बाद रहरा थाने के प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह ने बताया कि प्रार्थना पत्र के आधार पर मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जमीन से संबंधित मामला है। संबंधित हल्का लेखपाल तथा कानूनगो को मामले की जानकारी दे दी है। राजस्व की टीम के साथ कब्जे के लिए पीड़ित को पुलिस फोर्स मुहैया करा दी जाएगी।
Author: samachar
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