टिक्कू आपचे की रिपोर्ट
प्रतिभा को जानना और निखारना दोनों अलग अलग बातें हैं लेकिन कुछ प्रतिभाएं हमें अंदर तक झकझोर देती हैं तो समझिए वो साक्षात सरस्वती का वरदान है। ऐसा ही कुछ साबित कर दिखाया भरतपुर और जयपुर के इस जोड़ी ने। अद्भुत बांसुरी बजा कर मनुराज ने संगीत की नई शैली को मोडरेट कर दिया तो दिव्यांश ने मुंह से वाद्य यंत्रों का संगत देकर दुनिया को अचंभित कर दिया और जता दिया कि इंसान चाहे तो उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है।
पिता विनोद बताते हैं कि दिव्यांश ने बीट बॉक्सिंग में करियर बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा था। वह बस अपने मुंह से अलग-अलग आवाज निकालते थे। 8वीं क्लास में उन्हें दोस्तों ने बताया कि वह जो आवाज निकालते हैं, उसे बीट बॉक्सिंग कहते हैं। फिर उन्होंने बीट बॉक्सिंग पर जानकारी जुटाई और इसे अपना प्रोफेशन बना लिया।
दिव्यांश बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छा था। हमेशा से ही 98% मार्क्स लाया करता था। एमबीए करने का प्लान था। इसलिए वह स्कूल के बाद दिल्ली में बीकॉम ऑनर्स करने चला गया। पढ़ाई के अलावा दिव्यांश वॉलीबॉल में नेशनल भी खेल चुका है, लेकिन बीट बॉक्सिंग से उनका रिश्ता ऐसा जुड़ा कि देखते ही देखते लोगों में काफी पॉपुलर हो गया।
दिव्यांश अभी तक करीब 100 से भी ज्यादा कनसर्ट कर चुके हैं। सुनिधी चौहान और शान जैसे बड़े सिंगर्स के साथ भी वह काम कर चुके हैं। दिव्यांश फोक बीट बॉक्सिंग करते हैं, जो कि अपने आप में बहुत अलग और क्रिएटिव मानी जाती है।
विनोद कहते हैं कि उन्हें बिलकुल अंदाजा नहीं था कि बीट बॉक्सिंग में भी करियर बनाया जा सकता है। उनकी इंडियाज गॉट टैलेंट की परफॉर्मेंस और अचीवमेंट के बाद उन्हें यकीन है कि दिव्यांश को अपने पैशन को ही फॉलो करना चाहिए। दिव्यांश को 10 से 12 साल बीट बॉक्सिंग करते हो चुके हैं।
दिन में 16 घंटे प्रैक्टिस करते हैं दिव्यांश
विनोद की कई बार रात को 3 या 4 बजे नींद खुल जाती थी। उस वक्त भी दिव्यांश प्रैक्टिस कर रहा होता था। कई बार तो अचानक खाना खाते वक्त, टीवी देखते और बात करते वक्त अचान उठ कर चला जाता था। कहता- एक बढ़िया बीट दिमाग में आई है। प्रैक्टिस करनी है। अमूमन दिव्यांश 14 से 16 घंटे प्रैक्टिस किया करता था। प्रैक्टिस के लिए अपने गले का बहुत ध्यान रखता था। जैसे ठंडी चीजें आइसक्रीम और तली हुई चीजें नहीं खाता।
अलग-अलग परफोर्म करने वाले थे दिव्यांश और मनुराज
मनुराज और दिव्यांश की जोड़ी वैसे तो इंडियाज गॉट टैलेंट पर रॉक कर रही है। ये दोनो ही इंडियाज गॉट टैलेंट में अपने-अपने पार्टनर्स के साथ आए थे। दोनों के ही पार्टनर के ऐन वक्त पर बैक आउट कर लिया। इसलिए दोनों अकेले पड़ गए थे। तब दोंनो एक दूसरे से मिले। अब ये जोड़ी शो जीत गई है।
रोहित शेट्टी ने अपनी फिल्म सर्कस में दिया काम
शो में मनुराज और दिव्यांश दोनों के टैलेंट को रोहित शेट्टी ने परखा था। रोहित ने दोनों को आने वाली फिल्म ‘सर्कस’ के लिए सिलेक्ट कर लिया। अब दिव्यांश और मनुराज की जोड़ी सर्कस फिल्म के बैकग्राउंड स्कोर के लिए काम करेगी। इंडियाज गॉट टैलेंट के मंच पर ऐसा ऑफर मिलना दोनों के लिए किसी जैकपॉट से कम नहीं है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."