परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली, बाहरी-उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस ने मृत लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह में शामिल उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के ककोला गांव के ललित कुमार उर्फ रिंकू, विश्वजीत व नाबालिग को पकड़ा है। आरोपितों के पास से लैपटाप व पांच मोबाइल बरामद किए गए हैं। ललित एक कुख्यात बदमाश है और पहले भी हत्या, लूट आदि के एक दर्जन मामलों में शामिल रहा है।
बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त ने बताया कि रोहिणी सेक्टर-11 निवासी निर्मल सिंह का फोन हैक कर नाबालिग ने ठगी की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाने के एसएचओ रमन कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। टीम को पता लगा कि गिरोह के सदस्य अलग-अलग तरीके से ठगी करते थे व ठगी की रकम मृत लोगों के खातों में मंगाकर निकाल लेते थे।
ललित ही गिरोह का सरगना है और उसने विश्वजीत व सुमित के साथ आनलाइन ठगी करनी शुरू की व नाबालिग को भी इसमें शामिल कर लिया। विश्वजीत पढ़ा लिखा था और सिविल सर्विस की तैयारी कर चुका था, जबकि सुमित इंश्योरेंस कंपनी में काम कर चुका था। आरोपित अस्पतालों में ऐसे व्यक्ति को ढूंढते थे जो कुछ दिनों में मरने वाले होते थे।
वे परिवार को आर्थिक मदद का झांसा देकर उनका बैंक खाता खुलवा लेते थे और उसका एटीएम कार्ड, पासबुक अपने पास रख लेते। इसके बदले में कुछ रुपये पीड़ित परिवार को दे देते। जब व्यक्ति मर जाता तो उसके बैंक खाते का इस्तेमाल ठगी के लिए करते। साथ ही आरोपित लोगों को कम ब्याज पर लोन देने का झांसा देकर उनके बैंक की डिटेल व दस्तावेज लेकर ठगी करते।
आरोपित लोगों से रुपये ऐंठने के साथ-साथ उनके दस्तावेजों के आधार पर फर्जी बैंक खाते खोलते और इन खातों से जीएसटी नंबर भी हासिल कर लेते। आरोपितों ने बताया कि वे इस तरह के प्रत्येक खाते को 20 हजार रुपये में ठगी के लिए बेच देते थे।
Author: samachar
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