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November 1, 2024 10:06 pm

“तमंचे वाली टीचर” की असलियत जानकर सुनने वाले हो रहे हैं हैरान

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चुन्नीलाल प्रधान और नौशाद अली की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में मंगलवार को एक लड़की अपनी जींस में तमंचा लगाए हुए पकड़ी गई थी। पुलिस ने बताया कि वह एक टीचर है। हालांकि वह किस स्कूल में टीचर है, इसका जवाब पुलिस के पास नहीं था। पुलिस ने उसे पकड़ने के बाद छोड़ दिया था।

किसी ने पुलिस को सूचना दी कि एक युवती तमंचा लेकर जा रही है। इसके बाद पुलिस युवती के पास पहुंची। महिला कांस्टेबल ने उसकी तलाशी ली, तो उसके जीन्स से तमंचा बरामद हुआ। आस-पास मौजूद लोगों ने चेकिंग का वीडियो बना लिया। इसके बाद उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।

मामले में कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि आरोपी युवती का नाम करिश्मा पुत्री पूरन सिंह यादव है। वह फिरोजाबाद की रहने वाली है। वह पेशे से टीचर बताई जा रही है। उसकी रठेरा गांव निवासी उमेश के यहां ननिहाल है। मंगलवार को वह मैनपुरी किसी काम से आई थी। इस दौरान किसी ने उसके पास तमंचा देख लिया और इसकी सूचना पुलिस को दी गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और युवती से पूछताछ शुरू की। पहले तो ना नुकुर करती रही। इसके साथ उसने पुलिसकर्मियों पर रौब गालिब भी किया। बावजूद इसके, महिला कांस्टेबल ने तलाशी ली। उसकी जींस से 315 बोर का तमंचा मिला।

युवती न तो टीचर है न ही वह तमंचा रखने की शौकीन है। उसका नाम करिश्मा है। वह सेल्फ डिफेंस के लिए अपने पास तमंचा रखती है। करिश्मा के माता-पिता का निधन हो चुका है और घर में करिश्मा अपनी बहन के साथ रहती है।

उसकी करीब एक करोड़ की प्रॉपर्टी के लिए उसके कई रिश्तेदारों की उस पर नजर है। उसे आशंका है कि उस पर हमला हो सकता है। पढ़िए करिश्मा की रियल कहानी उसके रिश्तेदार योगेश यादव की जुबानी…

करिश्मा के फूफा योगेश यादव फिरोजाबाद में रहते हैं। उन्होंने बताया कि करिश्मा के पिता पूरन सिंह प्रॉपर्टी डीलर थे। जबकि मां सुषमा गृहणीं थीं। परिवार और रिश्तेदारों में प्रॉपर्टी का विवाद इस कदर बढ़ गया था कि करिश्मा के माता-पिता तनाव में रहने लगे थे। उन्हें डर था कि उनकी हत्या हो सकती है।

इसी तनाव में साल 2021 में सुषमा ने अपने पति पूरन को गोली मार दी थी, बाद में घर की तीसरी मंजिल पर जाकर खुद को भी गोली मार लिया था। दोनों की मौत हो गई थी। सुषमा ने जब पति को गोली मारी तो बेटी करिश्मा वहीं थी। योगेश बताते हैं कि प्रॉपर्टी को लेकर ही हत्या और आत्महत्या की वारदात हुई थी। तब करिश्मा नाबालिग थी।

चाचा और मामा की नजर प्रॉपर्टी पर

योगेश ने बताया कि पूरन परिवार के साथ फिरोजाबाद में रहता था। उसके साथ उसके माता-पिता भी रहते थे। पूरन के तीन भाई थे। इनके दो छोटे भाई अशोक और सुखवीर फिरोजाबाद में ही रहते हैं। पूरन की मौत के बाद दोनों भाइयों की पूरन के घर और खेत पर नीयत खराब हो गई। पूरन की खेती की जमीन मैनपुरी में भी है। पूरन की मौत के बाद करिश्मा और उसकी बहन तनु की जान पर खतरा बन गया है। जिसके बाद इन दोनों को फिरोजाबाद से हटाया गया। करिश्मा के पास अभी लगभग 1 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।

2 महीने पहले हुई दादा की मौत

योगेश बताते हैं कि पूरन-सुषमा की मौत और दोनों बेटियों के जाने के बाद घर में केवल दादी-दादा बचे थे। दादा की 2 महीने पहले मौत हो गई। करिश्मा फिरोजाबाद भी अक्सर घर देखने जाया करती है। अभी वो मेरे साथ मैनपुरी में रह रही थी। उसके मामा सुरेश और जागेश्वर भी मैनपुरी की छिबरौली में रहते हैं। छोटी बहन तनु उनके पास ही रहती है। करिश्मा केवल हाईस्कूल पास है। उधर-इधर भाग दौड़ की वजह से वो आगे की पढ़ाई नहीं कर पाई।

मामा से हिसाब करने निकली थी करिश्मा

योगेश ने बताया कि करिश्मा मंगलवार को खेत देखने जा रही थी। तभी उसको पुलिस ने पकड़ लिया। उसके मामा ने खेत जोतकर सारी उपज बेच दी थी। वो उसी का हिसाब करने जा रही थी। उसके मामा की नजर उसके खेत पर है, जिसकी वजह से वो परेशान रहती है। वो लोग उसकी शादी भी जबरदस्ती करवाना चाहते हैं। जिसको लेकर कई बार विवाद भी हुआ है। इन लोगों से बचने के लिए ही उसने अपने पास तमंचा रखना शुरू किया है।

बता दें, करिश्मा मंगलवार को मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र के जेल चौराहे के पास से मामा के यहां जा रही थी। चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे तमंचा बरामद किया था। उसने तमंचा जींस में लगा रखा था। तमंचा देखकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए थे। पुलिस ने करिश्मा को हिरासत में ले लिया था।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."