संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- सदर ब्लाक कर्वी के ग्राम पंचायत मकरी पहरा में कार्यरत रोजगार सेवक जुगेश कुमार मनरेगा योजना से कराए गए कार्यों में फर्जी तरीके से जाब कार्ड व मस्टर रोल भरकर बिना कार्य करने वाले लोगों के खाते में पैसे डालने का काम किया जा रहा था जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी महोदय से शिकायत की गई थी जिसमें त्रिसदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई थी जांच कमेटी में खण्ड विकास अधिकारी सुनील कुमार सिंह, उप निदेशक (कृषि) टी पी शाही व सहायक अभियंता डी.आर.डी.ए. महेश कुमार गुप्ता थे जिसमें ग्राम पंचायत मकरी पहरा में ग्राम रोजगार सेवक द्वारा की गई धांधली को जांच में दोषी पाया था जिसके कारण जिलाधिकारी महोदय के निर्देशानुसार ग्राम प्रधान शीतल प्रसाद ने ग्राम पंचायत में बैठक बुलाई व समिति गठित कर ग्राम रोजगार सेवक जुगेश कुमार की सेवा समाप्ति कर दी गई थी लेकिन सेवा समाप्ति के बाद आज भी वर्तमान ग्राम प्रधान सरनाम यादव की मिलीभगत से ग्राम रोजगार सेवक द्वारा मनरेगा योजना के कार्यों को देखा जा रहा है व मनरेगा योजना के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों में फिर से फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी धन का बंदरबाट किया जा रहा है l
निष्काषित ग्राम रोजगार सेवक जुगेश कुमार को कार्य मुक्ति प्रमाण पत्र खण्ड विकास अधिकारी/कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार सिंह कर्वी के द्वारा दिया जा चुका है वहीं ग्राम रोजगार सेवक को सचिव राम भरोेस के द्वारा स्पष्ट लिखित पत्र दिया गया है कि आप की सेवा समाप्ति ग्राम प्रधान शीतल प्रसाद द्वारा की गई है। अतः आपको निष्काषित किया जाता है फिर भी अपनी मनमानी करते हुए ग्राम रोजगार सेवक जुगेश कुमार ग्राम पंचायत में कार्यरत है व मनरेगा योजना से कराए जा रहे कार्यों में धांधली कर रहा है l
ग्राम रोजगार सेवक जुगेश कुमार के ऊपर हुई कार्यवाही की पूरी फ़ाइल उपायुक्त श्रम एवं रोजगार मनरेगा कार्यालय में रखी है ग्राम रोजगार सेवक द्वारा की गई धांधली के सारे सबूतों व कार्यवाही इस फ़ाइल में मौजूद हैं l
जिसमे जिलाधिकारी महोदय के निर्देशानुसार ग्राम प्रधान शीतल प्रसाद ने कार्यवाही की थी। फिर भी ग्राम रोजगार सेवक जुगेश कुमार अपनी मनमानी करते हुए ग्राम सभा मकरी पहरा में कार्यरत हैं व मनरेगा योजना से कराए जा रहे कार्यों में धांधली करते हुए नजर आ रहे हैं l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."