संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट – किसानो को बागवानी – उद्यानिकी क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की स्थापना की गई है उत्तर प्रदेश की विविधतापूर्ण जलवायु सभी प्रकार की बागवानी फसलो के लिए उपयुक्त है व उत्तर प्रदेश उद्यानिकी क्षेत्र मे देश के कुल उत्पादन मे अग्रणी स्थान रखता है किसानो के लिए बागवानी फसले कम भूमि क्षेत्र से अधिक आय प्राप्त करना, रोजगार एवं पोंषण उपलब्ध कराने मे सक्षम है बागवानी उद्यानिकी में सभी प्रकार के फल, शाकभाजी, पुष्प, औषधीय एवं सगंध फसले, मसाले, जड़ एवं कन्दीय फसलें तथा सहायक उद्यम के रुप मे मधुमखी पालन एवं मशरुम उत्पादन किया जाता है बागवानी फसल उत्पादन फल एवं फूलो की मांग रोजाना सभी वर्ग इकाई के लोगो को पड़ती है l
लोगो की बढ़ती मांग के कारण कृषि के क्षेत्र में बागवानी फसले प्राथमिकता का क्षेत्र बन रही है।
उद्यान विभाग की योजनाएं का मुख्य उद्देश्य किसानो को बागवानी फसलों के प्रति प्रोत्साहित कर, उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में वृद्धि करना है इससे किसानो को कम भूमि में अधिक आय प्राप्त होगी व बागवानी फसलों के अधिक उत्पादन से किसान देश-विदेश में अपनी फैसले बेच सकता है इससे अधिक आय प्राप्ति होने के साथ किसान का नाम तथा राज्य, देश का नाम भी रोशन होगा l
उद्यानिकी फसलों की खेती करने से किसानो को कम समय में अधिक लाभ मिलता है
कम भूमि क्षेत्र में बागवानी फसलों का अधिक उत्पादन होता है व किसानो की आय में वृद्धि होती है l
किसान अपनी बागवानों फलो को विदेशो में बेच कर अधिक आय प्राप्त कर सकता है व बागवानी खेती करने पर किसानो को सरकार के द्वारा अनुदान सहायता दी जाती है उद्यानिकी कृषि से अपने क्षेत्र, राज्य तथा देश के लोगो को बागवनी फलो का लाभ मिलेगा।
उद्यानिकी विभाग उत्तरप्रदेश की उद्यान विभाग की योजनाएं सभी वर्ग के किसान अनुदान के पात्र है सरकार के द्वारा सभी अलग- अलग बागवानी योजनाओ के लिए सरकार द्वारा अनुदान दिया जाता है उद्यान विभाग में संचालित योजनाओं में एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एम. आई. डी. एच.), राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पी.एम. के. एस. वाई.), राष्ट्रीय आयुष मिशन, बुन्देलखण्ड पैकेज, फलपट्टी विकास योजना, हर्बल गार्डन योजना, पान उत्पादन योजना, अनुसूचित जाति/जनजाति कृषकों हेतु औद्यानिक विकास, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पी. एम. एफ. एम. ई.) जैसी कई योजनाएं संचालित हैं l
वहीं दूसरी ओर जीरो टोरलेन्स पर काम करने वाली योगी सरकार में उद्यान विभाग द्वारा जमकर भ्रस्टाचार किया गया है जिसमें जांच टीम भी सत्यापन करने के लिए बनाई गई लेकिन सत्यापन टीम ने भी सत्यापित कर भ्रष्टाचारियों को क्लीनचिट देने का काम किया व योगी सरकार 2.0 में भ्रष्टाचारी अधिकारी सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं l
चित्रकूट जिला उद्यान विभाग में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में जमकर घोटाला सामने आया है जिसमें ड्रिप योजना के तहत जमकर घोटाला किया गया है व करोड़ो का बजट कागजो में ही ड्रिप लगाकर सरकारी धन निकाला गया है l
जिले के ग्राम पंचायत करारी,धौरही, बरगढ़ क्षेत्र के गांवों में कागजो में ही ड्रिप लगाकर किसानों का विकास किया गया है वहीं बागवानी के नाम पर जमकर लूट की गई है
ग्राम पंचायत खोही,निम्बूहा पुरवा, बरगढ़ के क्षेत्रों में बागवानी के नाम पर फर्जी तरीके से सरकारी धन का बंदरबाट किया गया है l
जिले में लगभग 80% बागवानी के नाम पर फर्जी तरीके से पैसा निकाला गया है जबकि बागवानी कही लगी हुई नही दिख रही है l
सब्जी बीज के नाम बरगढ़ क्षेत्र में तीन दर्जन से ज्यादा लोगो को सरकारी धन का भुगतान किया गया है फिर भी किसानों के खेत मे सब्जी नहीं दिखाई दे रही है l
उद्यान विभाग में पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर रजिस्ट्रेशन तो कराया गया लेकिन एजेंसी संचालको मनमुताबिक योजना का लाभ दिया गया व
बजट आने से पहली ही घोटाले की स्क्रिप्ट लिख दी जाती है l
जिला उद्यान विभाग में दलालों के माध्यम से ज्यादातर योजनाएं संचालित की जा रही है जिसमें दलालों द्वारा किसानों को योजनाओं के नाम पर लूटने का काम किया जा रहा है
जिला उद्यान विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच अगर किसी स्वतंत्र शाखा से कराई जाय तो करोड़ों का घोटाला सामने आ सकता है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."