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November 22, 2024 10:17 pm

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मुगल शासक औरंगजेब ने अपने बाप को तड़पा कर मारा और इस औरंगजेब ने अपनी मां को… पढ़िए इस खबर को

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निर्गुण ओझा की रिपोर्ट

रांची। कुछ दिन पहले ही रांची के अशोक नगर में 70 वर्षीया मालविका सिन्हा नामक एक महिला की हत्या हुई थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में औरंगजेब अंसारी, नौशाद अंसारी और मोहम्मद नाफर उर्फ जाफर को पकड़ा है। पूछताछ में औरंगजेब ने बताया है कि होली के दिन वह मोहम्मद नाफर के साथ मालविका के घर गया था। जाने पर उन्होंने दोनों को लड्डू खिलाए और पानी भी पिलाया। इसके बाद दोनों ने मिलकर उनकी हत्या गला रेतकर कर दी।

औरंगजेब ने यह भी बताया, ”मालविका सिन्हा उसे प्यार से बेटा बोलती थीं और जब भी उनके पास जाता था, तो कुछ न कुछ खिलाती ही थीं। बिना खाए वापस नहीं जाने देती थीं, लेकिन उस दिन मन बदल गया और हम दोनों ने उनकी हत्या कर दी। इसके बाद लॉकर तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह टूटा नहीं। इसलिए चार मोबाइल लेकर हम दोनों वहां से भाग निकले।” पुलिस उन्हीें मोबाइल की अंतिम लोकेशन के आधार पर उन तीनों तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।   

पता चला है कि औरंगजेब कुछ महीने से मालविका के घर रंग—रोगन का काम करता था। वह नौशाद अंसारी के जरिए उनके घर आया था। चूंकि कई महीने से काम चल रहा था और ये लोग लगातार काम कर रहे थे, इसलिए मालविका उन लोगों पर पूरा विश्वास करती थीं। बाद में ऐसा विश्वास करने लगीं कि वह इन लोगों को बेटा कहकर पुकारती थीं और रोजाना कुछ न कुछ खिलाती थीं। इसी विश्वास का दुरुपयोेग औरंगजेब और उसके अन्य साथियों ने की।

उस दिन मालविका के पति विजय कुमार सिन्हा कहीं गए थे और घर पर मालविका एक नौकरानी के साथ थीं। इसी का फायदा उठाते हुए औरंगजेब ने मालविका के शरीर पर चाकू से 11 वार किए। बाद में उनका गला भी काट दिया।

उल्लेखनीय है कि अशोक नगर रांची की एक जानी—मानी कॉलोनी है, जो अरगोड़ा थाना क्षेत्र में है। यहां उच्च वर्ग के लोग रहते हैं। विजय कुमार सिन्हा एसबीआइ के डीजीएम रहे हैं। वे अशोक नगर, रोड नंबर-चार स्थित क्वार्टर नंबर- 398/ बी (श्याम निकेतन) में रहते हैं। 

पुलिस के अनुसार अपराधियों ने लूटपाट का विरोध करने पर महिला की हत्या की।

पता चला है कि उस दिन दोपहर लगभग 12:15 बजे दोनों उनके घर पहुंचे। मालविका ने नौकरानी से बरामदे में जाने और थोड़ी देर बाद आने को कहा। इस दौरान दोनों युवकों को उन्होंने नाश्ता कराया। इसके बाद उन दोनों ने उनकी हत्या कर दी। इसके बाद वे दोनों तेजी से घर से निकलकर जाने लगे तो बाहर होली खेल रहे कुछ बच्चों ने उन्हें रंग देने का प्रयास किया तो उन दोनों ने कहा कि हम खून की होली खेल कर आ रहे हैं। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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