दुर्गा प्रसाद शुक्ला/चुन्नीलाल प्रधान और नौशाद अली की रिपोर्ट
एटा/फर्रुखाबाद/लखनऊ: एटा जिले में उत्तर प्रदेश विधान परिषद स्थानीय प्रशासन निर्वाचन क्षेत्र मथुरा-एटा-मैनपुरी से नामांकन का दूसरा सेट दाखिल करने जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी उदयवीर सिंह से एक अज्ञात युवक ने कथित रूप से नामांकन पत्र छीन लिया। सपा समर्थकों ने उस युवक को पकड़ लिया लेकिन पुलिस और प्रशासन द्वारा उसे कथित रूप से छोड़ दिए जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी फैल गई। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
सपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला से मामले की शिकायत करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा तथा इस मामले के दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और इस सीट के लिए नामांकन की अवधि दो दिन और बढ़ाने की मांग की है। एटा से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जिलाधिकारी कार्यालय में स्थित नामांकन स्थल पर नामांकन का दूसरा सेट दाखिल करने आए सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश यादव के वकील उपेंद्र पाल के हाथ से एक अज्ञात युवक ने नामांकन पत्र छीन लिया और अपने एक साथी को देकर उसे वहां से भगा दिया। इस पर वहां मौजूद सपा कार्यकर्ताओं ने नामांकन छीनने वाले व्यक्ति को पकड़ कर उसकी पिटाई शुरू कर दी।
आरोप है कि इस बीच मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने उस व्यक्ति को सपा समर्थकों के हाथों से छुड़ाकर भगा दिया जिससे उनमें नाराजगी फैल गई। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हालांकि चुनाव प्रेक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह ने इस बारे में पूछे जाने पर बताया, “मुझे नहीं लगता कोई पर्चा छीना गया है। मैं अब नामांकन स्थल से वापस आ गया हूं। पता कर लेता हूं कि क्या हुआ है।” अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाहा ने इस घटना से इनकार करते हुए कहा कि नामांकन स्थल पर सुरक्षा के लिए 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात हैं। उनके अनुसार कई बैरिकेडिंग बनाए गए हैं और कोई भी अराजक तत्व अंदर नहीं जा सकता।
फर्रुखाबाद से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जिला मुख्यालय पर विधान परिषद सदस्य पद के चुनाव का नामांकन करने गए सपा प्रत्याशी हरीश कुमार यादव से कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए। हालांकि जिला प्रशासन ने ऐसी किसी घटना की जानकारी होने से इनकार किया है। यादव का दावा है कि वह अपराह्न करीब साढ़े 12 बजे नामांकन करने के लिए अपने प्रस्तावकों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर खड़े थे, उसी समय अचानक बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर कर पकड़ लिया और जबरन घसीटकर साइकिल स्टैंड की ओर ले गये जहां उनकी लात घूसों से पिटाई की गई। यादव के मुताबिक इस दौरान उनका चश्मा टूट गया और कपड़े भी फट गये।
https://twitter.com/samajwadiparty/status/1505858958950801412?t=h4fG1cCJYLwAmKcFOQkBhw&s=19
सपा प्रत्याशी ने कहा कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचाया और कड़ी सुरक्षा के बीच उनका नामांकन दाखिल कराया। यादव का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रयास था कि वह अपना नामांकन पत्र दाखिल न कर सकें। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में मुकदमा दर्ज कराएंगे। अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट की कोई जानकारी नहीं मिली है। सिंह ने कहा कि अगर कोई रिपोर्ट दर्ज होती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी की अगुवाई वाले एक प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ में राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला से मुलाकात कर इन घटनाओं की शिकायत की और दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रतिनिधिमण्डल ने कई अन्य जिलों में भी पार्टी कार्यकर्ताओं को नामांकन से रोकने जैसी घटनाओं के विरूद्ध तत्काल सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल ने विधान परिषद स्थानीय प्रशासन निर्वाचन क्षेत्र मथुरा-एटा-मैनपुरी से नामांकन की अवधि दो दिन और बढ़ाने की मांग भी की है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में अराजकता का माहौल बन गया है और लोग भयभीत हो गए हैं। पार्टी का आरोप है कि चुनाव प्रभावित हो रहा है और स्वतंत्र निष्पक्ष एवं निर्भीक चुनाव सम्पन्न होने पर प्रश्नचिह्न लग रहा है। प्रतिनिधिमण्डल में राजेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री अरविन्द कुमार सिंह, विधायक रविदास मेहरोत्रा तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता के.के. श्रीवास्तव शामिल थे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."