राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर : छतरपुर में एक युवती के बेटी पैदा हुई तो उसका साथ ससुरालवालों के साथ साथ अपनों ने साथ छोड़ दिया। पीड़िता को ससुरालवालों ने घर से निकाल दिया। पीड़िता अपनी बेटी को लेकर मायके पहुंची तो यहां भी उसकी परेशानियां कम नहीं हुई। वहां भी उसके भाई-भाभी ने पीटकर घर से निकाल दिया। अब बेचारी देर रात न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंची है।
मामला छतरपुर शहर सिविल लाइन थाना क्षेत्र के छात्रसाल नगर का है। जहां के रहने वाले भुमानीदीन और सीता अहिरवार की 25 वर्षीय गीता अहिरवार की शादी 9 जुलाई 2016 को 6 साल पूर्व मऊसहानिया के संजय अहिरवार से हुई थी। वह ससुराल में हंसी खुशी रह रही थी पर जैसे ही वह गर्भवती हुई और उसने एक बेटी को जन्म दिया तो उस पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा। उसके पति और ससुरालियों ने उसे यह कहकर घर से निकाल दिया कि तुमने बेटी पैदा की है। इसलिए अब हम तुम्हें अपने साथ में ही रखेंगे। ससुराल से निकाली बेटी अपने मायके पहुंची जहां मायके में रहते हुए यह बात उसके भाई-भाभी (कैलाश और प्रेमबाई) को नागवार गुजरी और उन्होंने देर रात पीटकर उसे घर से निकाल दिया। जहां अब पीड़ित युवती अपनी नाबालिग बेटी के साथ सिविल लाइन थाने न्याय की गुहार लगाते पहुंची है।
तो वहीं अब पिता भुमानीदीन का कहना है कि ननद और भाभी में विवाद हुआ तो थोड़ी मार-पीट कर दी हम बेटी को वापिस घर ले जा रहे हैं अब अच्छे से रखेंगे। सिविल लाइन थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा ने तत्काल उसके पिता को थाने बुलाकर बेटी को साथ में रखने की समझाईश देते हुए महिला पुलिस के साथ उसे उसके घर सुरक्षित वापिस भिजवाया और किसी भी परेशानी के लिए थाने आने को कहा।
Author: samachar
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