सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। पाली जिले की बाली तहसील के बारवा गांव निवासी कोविड़ हेल्थ सहायक जितेन्द्र पाल मेघवाल 15 मार्च दोपहर को ड्यूटी खत्म होने के बाद बाइक पर अपने साथी हरीश कुमार के साथ बाली से सेसली गांव के रस्ते होते हुए अपने घर की तरफ जा रहा था, तभी रास्ते में सूरज सिंह राजपुरोहित व रमेश सिंह ने उनको रुकने का इशारा किया। जब बाइक धीरे हुई तो सूरज सिंह राजपुरोहित ने जितेंद्र पाल पर चाकू से पीठ पर हमला कर दिया। जिससे जितेंद्र पाल बाइक से नीचे गिर गया तभी सूरज सिंह राजपुरोहित व रमेश सिंह ने ताबड़ तोड़ सीने पर चाकू से 7 वार कर दिए और वहा से तुरंत फरार हो गए थे। जितेंद्र को बाली अस्पताल ले जाया गया था जहां से उसे सुमेरपुर रेफर कर दिया वहां उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
वही जितेंद्र के पिरजनो ने शव को लेने से इंकार दिया था तथा आरोपियों को पकड़ कर कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं।
इसको लेकर दो दिनों से जन आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। ग्रामीणों से बाली के सभी प्रमुख रास्तों को बंद कर दिया है। आक्रोशित लोगो ने रास्ते में टायर जलाए और पुलिस के खिलाफ जमकर नारे बाजी की ।
आज दोपहर को सूत्रों से मिली खबर के अनुसार दोनो आरोपियों को पुलिस ने बाड़मेर जिले के पचपदरा के निकट दूदवा गांव के पास से दस्तयाब किया। पुलिस से बचने के लिए दोनों आरोपी सूरज सिंह व रमेश सिंह यहां छुपे हुए थे। पुलिस को इसकी जानकारी मिलते ही एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची जिसे देखकर दोनों भागने लगे। पुलिस के जवानों ने पीछा कर दोनों को पकड़ा। पुलिस उनको पाली लेकर आ रही है।
इधर पुलिस ने धरने पर बैठे मृतक के परिजनों और ग्रामीणों को आरोपियों को पकड़ने की जानकारी दी । इससे पूर्व यह मुद्दा कल बाली विधानसभा विधायक पुष्पेंद्र सिंह ने कल विधानसभा में भी उठाया था और परिवार को उचित मुआवजा सरकारी सहायता देने की मांग की थी। खुशवीर सिंह ने भी इस मामले को विधानसभा में उठाया और राज्यसभा के सदस्य नीरज डांगी जी ने भी मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है ।
Author: samachar
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