स्टेट ब्यूरो, विवेक चौबे
चतरा : आंदोलनकारियों व पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चारों ओर तबाही का मंजर है। करोड़ों का नुकसान हुआ है। आग की लपटें घटना के 15 घंटों बाद भी दिखाई पड़ रही है।
चतरा में उत्तरी नॉर्थ करणपुरा मेगा पावर प्लांट के मुख्य द्वार पर सोमवार को आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चारों ओर तबाही का मंजर है। आगजनी से करोड़ों का नुकसान हुआ है। अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि आग की लपटें घटना के 15 घंटों बाद भी दिखाई पड़ रही है।
उपद्रवियों ने 50 से अधिक छोटे-बड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। उन वाहनों से धुआं अब भी निकल रही है। एनटीपीसी के सहयोगी कंपनी सिम्पलेक्स पूरी तरह से तबाह हो गई है। कंपनी बाउंड्री से बाहर है और उपद्रवियों जिस कंपनी के साइट ऑफिस को निशाना बनाया है।
वाहनों में हुई आगजनी व सहयोगी कंपनी के ऑफिस बर्बाद का दास्तां कह रही है। ऐसी तबाही व बर्बादी की उम्मीद न तो जिला प्रशासन को थी और ना ही एनटीपीसी प्रबंधन को।
उपद्रवियों ने एक झटके में कंपनी को बर्बाद कर दिया। परियोजना के समूह महाप्रबंधक मंगलवार की सुबह घटनास्थल पहुंचे। परिसर के बाहर तबाही देखकर आश्चर्य जताई व चिंता व्यक्त की।
इधर उपायुक्त अंजली यादव व पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं। एनटीपीसी की परियोजना की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त जवानों को तैनात कर दिया गया है। उपद्रवियों की धरपकड़ को लेकर कार्रवाई तेज कर दी गई है।
लगभग 28 लोग हुए जख्मी
हिंसक झड़प में पुलिस व रैयतों को मिलाकर कम से कम 28 लोग जख्मी हुए हैं, जिनमें पांच की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घायलों को बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया। पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
Author: samachar
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