जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव प्रचार के दौरान जाति-धर्म को लेकर जमकर बयानबाजी हुई, लेकिन मतदान के दिन मतदाताओं ने सामाजिक सौहार्द का संदेश देते हुए जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाया। ताजा मामला रविवार को फिरोजाबाद से सामने आया है जहां मतदान के दिन सामाजिक समरसता देखने को मिली।
‘मुस्तफाबाद में हमेशा सांप्रदायिक सौहार्द कायम रहा’
बता दें कि जसराना विधानसभा के मुस्तफाबाद में बनाए गए बूथ संख्या 160 पर मुस्लिम दोस्त शरीफ के साथ संत राजवीर वोट डालने पहुंचे। मतदान करने के बाद उन्होंने कहा कि मुस्तफाबाद में हमेशा सांप्रदायिक सौहार्द कायम रहा है। यहां दोनों ही समुदाय के लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं। राजवीर और शरीफ ने कहा कि सभी को जाति-धर्म से ऊपर उठकर मतदान करना चाहिए।
घूंघट की आड़ में मतदान करने पहुंची महिलाएं
इतना ही नहीं फिरोजाबाद में लोकतंत्र के महापर्व पर रविवार को शहर और देहात के बूथों पर भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हुए बड़ी संख्या में महिलाएं घूंघट की आड़ में मतदान करने पहुंचीं। घरों के बड़ों से पर्दा कर सरकार के गठन में सहयोग दिया। युवतियों ने भी पहली बार मतदान कर लोकतंत्र में अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
104 साल के सौदान सिंह चारपाई से मतदान के लिए पहुंचे
जसराना के बूथ संख्या 304 विलासपुर पर पूर्व विधायक जैदान सिंह के भाई सौदान सिंह (104) ने मतदान किया। उनके नाती चारपाई पर बिठाकर उनको मतदान केंद्र तक लेकर गए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में किसानों, नौजवानों के लिए मतदान किया है। मतदान केंद्र पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों एवं पीठासीन अधिकारियों ने भी उनकी वोट डालने में मदद की।
मतदान के लिए दिव्यांगों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
मतदान के दौरान अपना प्रतिनिधि चुनने में दिव्यांगों के आड़े दिव्यांगता नहीं आई। किसी ने बूथ तक जाने के लिए ट्राईसाइकिल का सहारा लिया तो कोई वैशाखी का सहारा लेकर बूथ तक पहुंचा। दिव्यांगों ने मतदान कर जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाया।
Author: samachar
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