जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
लखनऊ : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर मौके के इंतजार में बैठी बहुजन समाज पार्टी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। गुरुवार को जारी नई लिस्ट में बसपा ने मुस्लिम उम्मीदवार का टिकट काटकर सपा छोड़कर आए मुलायम सिंह यादव के करीबी क्षत्रिय नेता को टिकट दिया है।
पश्चिम यूपी की धामपुर विधानसभा सीट पिछले एक सप्ताह से राजनीति का अखाड़ा बनी हुई है। यहां से तीन बार के विधायक और सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे मूलचंद चौहान का टिकट कटने के बाद से ही सरगर्मियां तेज हो गई थीं। इसके बाद मूलचंद चौहान साइकिल से उतर कर हाथी पर सवार हो गए। ऐसे में बसपा ने कमाल अहमद का टिकट काटकर मूलचंद चौहान को मैदान में उतार दिया।
21 जनवरी को समाजवादी पार्टी ने धामपुर के तीन बार के विधायक और राज्यमंत्री रहे ठाकुर मूलचंद चौहान का टिकट काट दिया। उनकी जगह पर नूरपुर विधायक नईमुल हसन को टिकट दे दिया. यहीं से विरोध शुरू हो गया। तब से मूलचंद चौहान लखनऊ में डटे हुए थे। सपा से टिकट न मिलने पर वो बसपा के साथ चले गए।
विधानसभा धामपुर में पिछले 20 साल से दो क्षत्रियों के बीच चुनावी जंग चल रही है। भाजपा के अशोक कुमार राणा और सपा के पूर्व मंत्री रहे मूलचंद चौहान में कांटे की टक्कर रहती है। 2002 से अभी तक प्रत्येक पांच साल में दोनों एक-एक बार विधायक बनते आ रहे हैं।मूलचंद पिछले 26 साल से सपा में थे. बिजनौर जिले में धामपुर को सपा का सबसे सुरक्षित गढ़ माना जाता है। मूलचंद चौहान सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते हैं।
बसपा ने मुरादाबाद की कुंदरकी सीट हाजी चांद बाबू की जगह मोहम्मद रिजवान को उतारा है। इस पर भी बसपा ने दूसरी पार्टियों की गणित उलझा दी है। यहां समाजवादी पार्टी में रहे मोहम्मद रिजवान कुल तीन बार जीत चुके हैं। रिजवान को अब बसपा ने उतारकर नई चाल चल दी है।
Author: samachar
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