पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट
दमोह, मध्य प्रदेश। सीता बावड़ी इलाके में शुक्रवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां कुछ कट्टरपंथी तत्वों ने रोजे के दौरान गर्भवती गाय की निर्मम हत्या कर दी। जैसे ही हिंदू संगठनों को इसकी जानकारी मिली, वे मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोपियों ने न सिर्फ विरोध कर रहे लोगों पर फायरिंग की बल्कि गाय को पूरी तरह काट भी दिया।
गर्भवती गाय के साथ बर्बरता, हिंदू संगठनों का आक्रोश
गाय की हत्या की सूचना मिलते ही हिंदू संगठनों ने पुलिस को सूचित किया। हालांकि, जब तक प्रशासन मौके पर पहुंचा, आरोपियों ने गाय के शरीर को पूरी तरह अलग-थलग कर दिया था। वेटरनरी डॉक्टर आर.के. असाटी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि की कि गाय गर्भवती थी और उसके पेट में 5 महीने का बछड़ा था। कुछ समय तक बछड़े को जीवित रखने की कोशिश की गई, लेकिन वह भी दम तोड़ गया।
दमोह बंद, बुलडोजर कार्रवाई के बाद शांत हुआ माहौल
घटना से आक्रोशित लोगों ने दमोह बंद का ऐलान कर दिया, जिसे व्यापारी महासंघ ने भी समर्थन दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की मांग की। प्रशासन ने स्थिति को काबू में करने के लिए प्रदर्शनकारियों की मांगें मानी और आरोपियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चला दिया।
पुलिस ने क्या कहा?
एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा ने बताया कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) और गोवंश अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने 4-5 आरोपियों को हिरासत में लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
यह घटना न केवल धार्मिक तनाव बढ़ाने वाली थी, बल्कि कानून-व्यवस्था की गंभीर समस्या भी खड़ी कर सकती थी। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थिति को संभाल लिया, लेकिन यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में इस तरह की घटनाएं और बढ़ सकती हैं।
▶️ अपने आस पास होने वाली हर छोटी बड़ी घटनाओं से अपडेट रहें समाचार दर्पण24.कॉम के साथ बने रहें

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की