चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वजीरगंज इलाके में प्रेम-प्रसंग और पारिवारिक विवाद के कारण एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतक हिमांशु सोनकर की हत्या नदी में धक्का देकर की गई थी। डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने 26 जनवरी 2025 को इस मामले का पर्दाफाश करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
घटना की शुरुआत और शिकायत
मृतक के पिता पप्पू सोनकर ने 24 जनवरी 2025 को वजीरगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 21 जनवरी 2025 की रात करीब 10 बजे हिमांशु को कुछ लोग घर से बुलाकर ले गए थे। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तो पता चला कि हिमांशु को धोखे से नदी के पास ले जाकर धक्का दे दिया गया था।
हत्या का कारण और षड्यंत्र
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि मृतक हिमांशु की पत्नी पायल सोनकर खर्चीले मिजाज की थी। वह पति की सीमित आय से संतुष्ट नहीं थी और आयुष नाम के युवक के साथ संबंध बना चुकी थी। पायल और आयुष ने मिलकर हिमांशु को मारने की साजिश रची। डेढ़ साल पहले भी हिमांशु को गोली मारकर हत्या करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन तब किसी कारणवश यह साजिश सफल नहीं हो सकी।
हत्या की योजना और क्रियान्वयन
डीसीपी के अनुसार, आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि हिमांशु की हत्या पूरी योजना के तहत की गई थी। आयुष और पायल ने उसे नदी के पास दीपक जलाने के बहाने बुलाया और जैकी सोनकर के साथ मिलकर उसे नदी में धक्का दे दिया। चूंकि हिमांशु को तैरना नहीं आता था, इसलिए उसकी डूबने से मौत हो गई। आरोपियों ने इस हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए 26 जनवरी 2025 को आयुष सोनकर, पायल सोनकर और जैकी सोनकर को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि हत्या का कारण आपसी संबंधों और पारिवारिक विवाद थे। पुलिस अन्य संभावित पहलुओं की भी गहनता से जांच कर रही है।
सामाजिक संदेश
यह हत्याकांड समाज में आपसी संबंधों और पारिवारिक समस्याओं के कारण होने वाली त्रासदियों का उदाहरण है। यह घटना न केवल कानून और व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि पारिवारिक मूल्यों और रिश्तों पर भी सवाल खड़े करती है।