संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया। भाजपा संगठन में देवरिया जिले के लार मंडल अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। मझौली, भाटपार, सलेमपुर सहित जिले के अन्य मंडलों में अध्यक्षों के नाम घोषित हो चुके हैं, लेकिन लार मंडल के अध्यक्ष पद को लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है। इस मुद्दे पर कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं में काफी उत्सुकता और चर्चा का माहौल है।
लार मंडल अध्यक्ष का चयन बना पहेली
लार मंडल अध्यक्ष के चयन में हो रही देरी ने सभी प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं को बेचैन कर दिया है। पार्टी के अंदर और बाहर इस बात की चर्चा तेज है कि आखिर लार मंडल अध्यक्ष के नाम की घोषणा क्यों नहीं हो रही। कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह अपने चरम पर है, क्योंकि हर किसी की नजर इस महत्वपूर्ण पद पर टिक गई है।
जिलाध्यक्ष पद के लिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा
वहीं, देवरिया जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष पद के लिए भी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया है। इनमें कई बड़े और प्रभावशाली नामों के साथ-साथ साधारण कार्यकर्ताओं ने भी अपनी दावेदारी पेश की है। इन्हीं में से एक नाम विवेक सिंह का है, जो एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर जाने जाते हैं। उनकी इस बहादुरी और आत्मविश्वास ने पार्टी के भीतर और बाहर सभी का ध्यान आकर्षित किया है।
विवेक सिंह का आत्मविश्वास और चर्चा
समाचार दर्पण 24 की टीम ने विवेक सिंह से खास बातचीत की। अपने सहज स्वभाव और कर्मठता के लिए पहचाने जाने वाले विवेक सिंह ने बताया कि उन्होंने यह कदम पार्टी और संगठन के प्रति अपने समर्पण और निष्ठा को दिखाने के लिए उठाया है। उनका कहना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संवाद और समर्पण के माध्यम से ही पार्टी को और मजबूत बनाया जा सकता है।
कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
लार मंडल और जिलाध्यक्ष पद को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। हर कोई जानना चाहता है कि इन महत्वपूर्ण पदों पर किसे जिम्मेदारी दी जाएगी। लार मंडल अध्यक्ष के चयन में हो रही देरी से जहां प्रत्याशियों में बेचैनी है, वहीं जिलाध्यक्ष पद के लिए हुए नामांकन में विवेक सिंह जैसे साधारण कार्यकर्ता की पहल ने सभी को प्रेरित किया है।
आने वाले दिनों में भाजपा संगठन के इन अहम पदों पर फैसला होगा, जो न केवल पार्टी के स्थानीय नेतृत्व को दिशा देगा, बल्कि कार्यकर्ताओं के उत्साह और जोश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।