चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
श्रावस्ती जिले के मल्हीपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मनपुर गंगापुर गांव में एक मदरसे की आड़ में नकली नोट छापने का खुलासा हुआ है। पुलिस और एसओजी की संयुक्त कार्रवाई में यहां से नकली नोट, प्रिंटिंग उपकरण और अन्य सामग्री बरामद हुई है। मामले के मुख्य आरोपी नूरी बाबा उर्फ मुबारक अली के खिलाफ पहले से चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसके सोशल मीडिया खातों और गतिविधियों से पाकिस्तान कनेक्शन और आईएसआई से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है।
कबाड़ी से अपराध की दुनिया तक
नूरी बाबा ने कबाड़ी के काम से शुरुआत की थी, लेकिन धीरे-धीरे उसने नकली नोटों के गोरखधंधे में कदम रख दिया। उसने गांव में एक मदरसा खोला, जो शिक्षा का केंद्र होने के बजाय अपराध का अड्डा बन गया। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के दौरान 34,000 रुपये के नकली नोट और नकली नोट छापने के उपकरण बरामद किए। आरोप है कि नूरी और उसके गिरोह ने यूट्यूब से नकली नोट छापने की तकनीक सीखी। वे असली नोट को प्रिंट और स्कैन करके नकली नोट तैयार करते और इन्हें ग्रामीण इलाकों में खपाते थे।
पांच पत्नियां और संदिग्ध गतिविधियां
नूरी बाबा की निजी जिंदगी भी उतनी ही विवादास्पद है। उसकी पांच पत्नियां हैं, जिनमें से एक मदरसे में पढ़ाती है और दूसरी घर संभालती है। बाकी तीन पत्नियों के बारे में जानकारी स्पष्ट नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि वह बाहर से एक साधारण और धार्मिक व्यक्ति की छवि बनाए हुए था, लेकिन उसकी आपराधिक गतिविधियां अब उजागर हो चुकी हैं।
सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन
पुलिस जांच में नूरी बाबा के सोशल मीडिया खातों से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। उसके प्रोफाइल पर पाकिस्तान से जुड़े पोस्ट और हरे झंडे के साथ तस्वीरें मिली हैं, जिसे पाकिस्तानी झंडा बताया जा रहा है। इन गतिविधियों ने उसके अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस को शक है कि नूरी बाबा के तार आईएसआई से भी जुड़े हो सकते हैं।
चंदा इकट्ठा करने के बहाने नेपाल और पश्चिम बंगाल की यात्राएं
नूरी बाबा रमजान के दौरान मुंबई जाकर चंदा इकट्ठा करता था। इसके अलावा, उसकी नेपाल और पश्चिम बंगाल की यात्राओं की जानकारी भी सामने आई है। पुलिस को शक है कि इन यात्राओं का इस्तेमाल नकली नोटों के कारोबार और अन्य संदिग्ध गतिविधियों के लिए किया गया होगा।
प्रशासन की बड़ी सफलता
पुलिस ने नूरी बाबा और उसके गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह न केवल नकली नोटों का धंधा कर रहा था, बल्कि इसकी जड़ें कई राज्यों और संभवतः अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैली हो सकती हैं। इस खुलासे को प्रशासन की बड़ी सफलता माना जा रहा है, लेकिन इसने सुरक्षा तंत्र और निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं।
जांच जारी
नूरी बाबा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस उसकी गतिविधियों की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। नकली नोटों के इस बड़े रैकेट के भंडाफोड़ ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है। प्रशासन अब न केवल नूरी बाबा के स्थानीय संपर्कों की, बल्कि उसके अंतरराष्ट्रीय संबंधों की भी जांच कर रहा है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."