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7 January 2025 2:43 am

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लखीमपुर खीरी के घटनाक्रम पर चर्चा:इकट्ठे हुए नाराज विधायकों की योगी से सामूहिक मुलाकात काफी चर्चा में है

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के छह विधायकों ने एक साथ मुलाकात की। इस शिष्टाचार भेंट में लखीमपुर खीरी जिले के कई विधायकों के साथ थप्पड़ कांड से नाराज विधायक योगेश वर्मा भी शामिल हुए। हालांकि इसे सामान्य मुलाकात बताया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक हलकों में इस बैठक को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।

लखीमपुर खीरी: विवादों और घटनाओं का केंद्र

लखीमपुर खीरी जिला हाल के दिनों में लगातार विवादों और घटनाओं के कारण सुर्खियों में है। सबसे पहले अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति के चुनाव के दौरान एक बड़ा विवाद हुआ, जब बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने बीजेपी विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मार दिया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई। थप्पड़ कांड से आहत योगेश वर्मा ने न्याय की गुहार लगाई और विरोध स्वरूप विधानसभा सत्र से भी दूरी बना ली।

विधायक सौरभ सिंह सोनू पर जानलेवा हमला

ठीक उसी समय जब थप्पड़ कांड का मामला शांत होने की कोशिश कर रहा था, कस्ता से बीजेपी विधायक सौरभ सिंह सोनू पर जानलेवा हमला हो गया। अज्ञात हमलावरों ने उन पर फायरिंग की, जिससे राजनीतिक माहौल और तनावपूर्ण हो गया।

सीएम योगी से विधायकों की मुलाकात

इन घटनाओं के बीच लखीमपुर खीरी के विधायकों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलना अहम माना जा रहा है। मुलाकात करने वालों में लखीमपुर सदर से विधायक योगेश वर्मा, निघासन से विधायक शशांक वर्मा, श्रीनगर से मंजू त्यागी, कस्ता से सौरभ सिंह सोनू, गोला गोकर्णनाथ से अमन गिरी और धौरहरा से विधायक विनोद शंकर अवस्थी शामिल थे। इस बैठक में लखीमपुर खीरी के बीजेपी जिलाध्यक्ष सुनील सिंह भी मौजूद रहे।

विधायक मंजू त्यागी ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को अपने क्षेत्रों की गतिविधियों और चुनौतियों से अवगत कराया।

राजनीतिक संकेत

हालांकि मुलाकात को औपचारिक बताया जा रहा है, लेकिन घटनाओं के सिलसिले और विधायकों की नाराजगी को देखते हुए यह मुलाकात कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। क्षेत्रीय समस्याओं के अलावा, विधायकों ने मुख्यमंत्री को घटनाओं की पृष्ठभूमि और उनके प्रभाव पर भी चर्चा की होगी।

इस मुलाकात से यह साफ है कि पार्टी के भीतर चल रही असहमति और तनाव को कम करने की कोशिश हो रही है। वहीं, इन घटनाओं ने लखीमपुर खीरी को राज्य की राजनीति में केंद्र बिंदु बना दिया है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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