नौशाद अली की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के ललिया थाना क्षेत्र के मटियरिया गांव में 63 वर्षीय वृद्धा लीलावती की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया।
घटना का विवरण
लीलावती 1 जनवरी को अपने घर से थोड़ी दूर एक बाग में लकड़ी बीनने गई थीं। जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटीं, तो परिवार के लोगों ने उनकी खोजबीन शुरू की। तमाम प्रयासों के बावजूद उनका कुछ पता नहीं चला। अगले दिन, गांव के एक खेत में उनका शव मिला।
पुलिस के अनुसार, लीलावती के दोनों हाथ पीछे बंधे हुए थे, और उनके शरीर पर संघर्ष के निशान थे। उनका बटुआ, जिसमें 1500 रुपये रखे थे, और कान की बाली भी गायब थी। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने मामले की त्वरित जांच करते हुए गांव के ही युवक विनोद चौहान को 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और पूरी घटना का खुलासा किया।
आरोपी का बयान
विनोद चौहान ने बताया कि वह शराब का आदी है और घटना के दिन भी उसने शराब पी रखी थी। 1 जनवरी की शाम को जब वह अपने पिता के खेत से गन्ने का गट्ठर लाने के लिए रस्सी लेकर जा रहा था, तो उसने देखा कि लीलावती भी लकड़ी तोड़ने के लिए जा रही थीं।
रास्ते में लीलावती ने विनोद से लकड़ी तोड़ने में मदद मांगी, लेकिन उसने इनकार कर दिया। इस पर लीलावती नाराज हो गईं और उसे अपशब्द कहने लगीं। विनोद ने बताया कि उसे पहले से पता था कि लीलावती के बटुए में पैसे रहते हैं और उन्होंने गहने पहन रखे हैं।
गुस्से और पैसों की जरूरत के चलते उसने लीलावती पर हमला कर दिया। उसने गन्ने के खेत में लीलावती को पटककर उनके हाथ पीछे बांध दिए और गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने उनके कान की बाली और बटुए में रखे 1500 रुपये लूट लिए।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी के पास से लूट के 1200 रुपये और घटना में प्रयुक्त रस्सी बरामद की। विनोद ने यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी जेल जा चुका है और उसे पूरा विश्वास था कि वह इस अपराध में बच निकलेगा।
पुलिस ने विनोद चौहान को हत्या और लूट के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
Author: samachar
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