जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं। बलिया जिले के चितबड़ागांव क्षेत्र में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने भगवान हनुमान को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया। मंत्री राजभर ने दावा किया कि हनुमान जी राजभर जाति से आते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज भी राजभर समुदाय के लोगों को “भर” (बानर) कहा जाता है।
कार्यक्रम का उद्देश्य और बयान
चितबड़ागांव के वासुदेवा गांव के मुख्य द्वार पर महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा स्थापित करने के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मंत्री राजभर ने भूमि पूजन किया और इस दौरान भगवान हनुमान को राजभर जाति का बताते हुए विवादित बयान दिया। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
ठेकेदारों पर विवाद और सफाई
गाजीपुर में ठेकेदारों को लेकर दिए गए बयान पर सफाई देते हुए राजभर ने कहा कि जनता ने सड़क निर्माण में अनियमितता की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने ठेकेदारों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वे किसी भी ठेकेदार को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते। उनका कहना था, “अगर जनता ने शिकायत की है और सड़क निर्माण में मानकों का उल्लंघन हुआ है, तो ठेकेदारों को इसका जवाब देना होगा।”
गरीबों को मिलेगा आवास
कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजभर ने सरकार की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीब तबके के लोगों के लिए प्रतिबद्ध है। जिन लोगों के पास अभी तक पक्के मकान नहीं हैं और मिट्टी के घरों में रह रहे हैं, उन्हें जल्द ही आवास योजनाओं के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा।
मंत्री ओमप्रकाश राजभर का हनुमान जी को लेकर दिया गया यह बयान न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और राजनीतिक बहस का विषय बन गया है। वहीं, ठेकेदारों पर लगे आरोपों पर उनकी सफाई और गरीबों को आवास देने के वादे से यह साफ होता है कि वे जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।