अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
सलेमपुर(देवरिया)। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक और संवेदना प्रकट करते हुए शुक्रवार को सलेमपुर के जीएम एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। गुरुवार रात दिल्ली एम्स में 92 वर्ष की आयु में उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी की अध्यक्षता में हुआ। इस अवसर पर स्कूल के छात्रों और स्टाफ ने दो मिनट का मौन रखकर डॉ. मनमोहन सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगी, विद्वता और निष्ठा की मिसाल है। वे न केवल भारत के एक कुशल प्रधानमंत्री थे, बल्कि उन्होंने अपने दूरदर्शी नेतृत्व से देश को आर्थिक सुधारों की राह पर अग्रसर किया। 1991 में उनके प्रयासों से शुरू हुए आर्थिक उदारीकरण ने भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।”
शिक्षक आशुतोष तिवारी ने डॉ. सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देश का नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल में कई ऐतिहासिक आर्थिक और सामाजिक बदलाव हुए। उनकी ईमानदारी, निष्ठा और शांत नेतृत्व शैली ने उन्हें हर भारतीय के दिल में विशेष स्थान दिलाया।
कक्षा 12वीं के एक छात्र ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह जैसे नेता हमें सिखाते हैं कि सादगी और निष्ठा से बड़े बदलाव संभव हैं।” वहीं, कक्षा 11वीं की छात्राओं ने उनकी ईमानदारी और कार्यशैली को प्रेरणा बताते हुए कहा, “हम भी अपने जीवन में सच्चाई और मेहनत को अपनाकर आगे बढ़ेंगे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “डॉ. सिंह का योगदान अमूल्य है। उन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश की सेवा की। उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा।”
जीएम एकेडमी के शिक्षकों और छात्रों ने डॉ. सिंह के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया। विद्यालय के स्टाफ और छात्रों ने एक स्वर में कहा कि उनका जीवन और योगदान सदियों तक याद रखा जाएगा। प्रधानाचार्य ने सभा के अंत में छात्रों से आग्रह किया कि वे डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन से प्रेरणा लें और देश की सेवा का संकल्प लें।
इस श्रद्धांजलि सभा में विद्यालय के दिलीप कुमार यादव, अजय मिश्र, अरुण तिवारी, पी. गोस्वामी, डी. मिश्र, डॉ. त्रिपुरारी मिश्र, अखिलेश यादव, प्रमोद कुमार, अभिषेक, दीपक, श्वेता राज, निधि, साक्षी, सरिता, रेनू, सरस्वती, अनुष्का सहित अन्य शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन केवल राजनीतिक क्षेत्र ही नहीं, बल्कि हर भारतीय के लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। जीएम एकेडमी द्वारा भावनात्मक ढंग से आयोजित यह श्रद्धांजलि सभा उनकी सादगी और योगदान के प्रति सच्ची कृतज्ञता को दर्शाती है। उनका नाम भारत के स्वर्णिम इतिहास में हमेशा अमर रहेगा।