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18 March 2025 3:13 am

जिला शहरी विकास एजेंसी (डूडा) में अनियमितताओं का खुलासा: अपात्रों को आवास योजना का लाभ देकर मोटी रकम की वसूली

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट: प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के माध्यम से जहां सरकार गरीबों को आवास प्रदान करने का कार्य कर रही है, वहीं दूसरी ओर जिला शहरी विकास एजेंसी (डूडा) के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों पर मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अपात्र व्यक्तियों को दिया जा रहा है, और आवास देने के एवज में मोटी रिश्वत वसूली जा रही है। इस कदाचार में अधिकारियों द्वारा शासन के नियमों की खुली अनदेखी हो रही है, और कुछ लोगों को इस योजना का लाभ सीमाओं के बाहर भी दिया गया है।

इस संबंध में सबसे ताज़ा मामला चित्रकूट के नगर पालिका परिषद चित्रकूट धाम कर्वी से जुड़ा है। यहां, हाल के समय में परिसीमन क्षेत्र में विस्तार किया गया है, जिससे दलालों और डूडा के अधिकारियों की मिलीभगत से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में बड़े पैमाने पर धांधली के मामले सामने आ रहे हैं। विशेषकर, डूडा के अधिकारी उन लोगों को भी आवास योजना का लाभ प्रदान कर रहे हैं जो नगर पालिका परिषद क्षेत्र से बाहर के हैं और बदले में मोटी रकम वसूल रहे हैं।

ग्राम पंचायत लोढ़वारा का एक मामला सामने आया है, जो अब नगर पालिका परिषद चित्रकूट धाम कर्वी में शामिल हो गया है। लोढ़वारा के प्रेम प्रकाश और उनकी माँ ननकी देवी को, जो वहां के निवासी हैं, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का लाभ मिला है। चौंकाने वाली बात यह है कि ननकी देवी के पति को पहले ही ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास का लाभ मिल चुका है। इसके अलावा, प्रेम प्रकाश की पत्नी राखी देवी पंचायत चुनाव में लोढ़वारा से प्रधान पद की प्रत्याशी रही हैं और उनके कार्यकाल में उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत शौचालय योजना का भी लाभ लिया। इसके बावजूद, तथ्यों को छिपाकर उन्होंने और उनके परिवार ने फिर से आवास योजना का लाभ उठाया।

अभी तक नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी और नगर पालिका अध्यक्ष ने इस पर ध्यान नहीं दिया है, जिससे डूडा के अधिकारी बेधड़क अपनी मनमानी करते हुए रिश्वत लेकर आवास योजना का लाभ अपात्रों को दे रहे हैं। अब प्रश्न उठता है कि जिला प्रशासन इस मुद्दे पर कब संज्ञान लेगा और जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करेगा, या फिर अधिकारियों की मिलीभगत से यह धांधली यूं ही चलती रहेगी?

यह मामला यह दर्शाता है कि जिम्मेदार अधिकारी जनता के हितों की अनदेखी कर रहे हैं और शासन के नियमों को तोड़ते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। प्रशासन से आशा की जा रही है कि इस प्रकार के भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."