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November 8, 2024 8:17 pm

बिजली के सीलिंग फैन को हाथ से रोक कर भक्तों को देता है आशीर्वाद जिसे कहते हैं “पंखा बाबा”👇वीडियो

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ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट

अब तक आपने कई बाबाओं के बारे में सुना होगा, लेकिन शायद ही ऐसे बाबा के बारे में सुना हो, जो चलते हुए पंखे को रोककर आशीर्वाद देते हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर इतनी तमाम वीडियो वायरल है, जिसको करोड़ों में लोगों ने देखा है।

ऐसे में जानिए हैं कौन हैं पंखा बाबा लड्डू मुट्या?

इंस्टाग्राम पर एक दिव्यांग बाबा का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने नंगे हाथों से सीलिंग फैन को रोकते हुए दिखाई दे रहे हैं। वायरल हो रहे इस वीडियो में बैकग्राउंड में “लड्डू मुट्या” गाना भी बज रहा है। वीडियो के वायरल होने के बाद लोग ना सिर्फ इसे रीक्रिएट किया, बल्कि लट्टू मुट्या गाने पर डांस भी किया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन लोकप्रिय इंस्टाग्राम रील्स में दिखने वाले बाबा कौन हैं?

देखिए बाबा का वायरल वीडियो, ऐसे देते हैं आशीर्वाद

https://www.instagram.com/reel/C_n6mAgSswp/?utm_source=ig_web_copy_link

वायरल पंखा बाबा के बारे में बताने से पहले, आइए आपको वायरल वीडियो के बारे में बताते हैं। वीडियो में लोगों का एक ग्रुप कुर्सी पर बैठे बाबा को उठाते हुए देखा जा सकता है, ताकि वह सीलिंग फैन तक पहुंच सकें। वीडियो में आगे बढ़ते हुए बाबा पंखे को कई बार छुते हैं और फिर उसे बंद कर देते हैं।

फिर वह अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं, जिन्होंने ऐसा करने में उसकी मदद की थी, उनके माथे पर धूल लगाकर हाथ रखते हैं। जब भक्त उनको वापस जमीन पर ले जाते हैं, तो छत का पंखा फिर से तेज गति से घूमने लगता है। इस दौरान बैकग्राउंड में उसे समर्पित एक गाना बजता रहता है।

लड्डू मुट्या उर्फ ​​पंखा बाबा के बारे में जानिए सब कुछ

लड्डू मुट्या, जो विशेष रूप से दिव्यांग थे, कथित तौर पर शादी से बचने के लिए अपने घर से भाग गए। वह एक ट्रक में कर्नाटक के बागलकोट आए। शहर में अगले 20 वर्षों तक उन्होंने “भिक्षा” पर गुजारा किया और कठिनाइयों से भरा जीवन जिया। उनके संघर्षों के बावजूद, ऐसा माना जाता था कि वे जहां भी जाते थे, समृद्धि उनके पीछे-पीछे आती थी। अगर वे किसी के घर जाते, तो उन्हें आर्थिक लाभ होता; अगर वे किसी दुकान पर रुकते, तो व्यवसाय फलता-फूलता।

इससे लोगों को यह विश्वास हो गया कि उनके पास चमत्कारी शक्तियां हैं और वे उन्हें “लड्डू मुट्या” कहने लगे – यह नाम व्यापक रूप से जाना जाने लगा, क्योंकि उनके प्रभाव की कहानियां पूरे क्षेत्र में फैल गईं।

अगर रिपोट्स पर भरोसा किया जाए, तो लड्डू मुट्या की मृत्यु 1993 में हुई थी, जिसके बाद लोगों ने बागलकोट में उनके नाम पर मंदिर बनवाए, जहां उन्हें एक आध्यात्मिक व्यक्ति के रूप में पूजा जाता था। वायरल रील में दिख रहा व्यक्ति वास्तव में लड्डू मुट्या नहीं है, बल्कि पंखा बाबा को समर्पित मंदिर के पुजारियों में से एक है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."