ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
यूपी के बांदा में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज स्थित मार्चुरी में लाश देने के लिए घूस मांगने पर एक युवक इतना आक्रोशित हो गया कि कुल्हाड़ी ले आया। अंदर लोगों को मारने की धमकी देता रहा और लोग उसे समझाते रहे।
कुछ लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। अब यह वायरल हो रहा है। वीडियो रविवार शाम का बताया जा रहा है।गिरवां क्षेत्र के बड़ोखरबुजुर्ग के 45 वर्षीय भोला अर्जुनाह गांव में झाड़ू बनाने का काम करता था। माता-पिता बड़ोखरबुजुर्ग में रहते हैं।
शनिवार दोपहर भोला गिरवां से सामान खरीदकर बाइक से बड़ोखरबुजुर्ग जा रहा था। नई दुनिया के पास सामने से आए ट्रैक्टर ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। रविवार शाम चार बजे तक शव घरवालों को नहीं सौंपा गया तो बेटा उदयभान अंदर गया।
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उदयभान के मुताबिक, पिता का शव सौंपने से पहले पांच हजार रुपये घूस मांगे गए। बेटे ने दिहाड़ी मजदूर होने और 300 सौ रुपये मजदूरी मिलने की बात बताई मगर पोस्टमार्टम कर्मियों का दिल नहीं पसीजा। काफी मिन्नतें कीं पर कर्मचारी शव देने को राजी नहीं थे। इसपर मॉर्चुरी के बाहर रखी कुल्हाड़ी लेकर अंदर पहुंच गया, जिसके बाद कर्मचारियों ने बिना घूस लिए शव सौंप दिया।
पुलिसकर्मियों की भी सिट्टी-पिट्टी हो गई थी गुम
उदयभान कुल्हाड़ी लेकर जब मॉर्चुरी में पहुंचा, उस वक्त अंदर पुलिसकर्मी भी थे। उदयभान के कुल्हाड़ी लेकर मारने दौड़ते ही सबकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई। कोई भी उसे रोकने के लिए आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। हालांकि, कुल्हाड़ी लहराते हुए डराने के बाद खुद ही अंदर बैठ गया। वायरल वीडियो में दूर से ही लोग उसे समझाते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो कुल एक मिनट 19 सेकेंड का है।
कर्मचारी बोले, देरी से मिला था पंचनामा का कागज
पोस्टमार्टम हाउस कर्मियों का कहना है कि पंचनामा का कागज देर से मिला था। इससे पोस्टमार्टम में देरी हुई तो बेटा आवेश में आ गया और कुल्हाड़ी लेकर अंदर घुस आया। उसे समझाया गया तब जाकर शांत हुआ। रुपये मांगे जाने की बात निराधार है। बता दें कि पोस्टमार्टम रजिस्टर में पंचनामा एक बजकर 50 मिनट पर चढ़ा था। आठवां नंबर था।सीएमओ डॉक्टर एके सिंह के अनुसार वायरल वीडियो के बारे में कई लोगों के फोन आए। बताया जा रहा है कि वीडियो छह अक्तूबर का है पर कोई शिकायत नहीं आई है। जांच कराई जा रही है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."