रोहित मदान की रिपोर्ट
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद “जलेबी” की चर्चा अचानक से राजनीतिक मंचों और सोशल मीडिया पर छा गई। यह चर्चा तब शुरू हुई जब चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोनीपत के गोहाना में एक जनसभा के दौरान स्थानीय हलवाई की जलेबी खाई और उसकी तारीफ की। यह जलेबी न सिर्फ राहुल गांधी को बल्कि उनकी बहन प्रियंका गांधी को भी इतनी पसंद आई कि उन्होंने इसे अपने साथ ले जाने का फैसला किया।
इस जलेबी की तारीफ ने चुनाव परिणाम आने के बाद मजेदार मोड़ लिया। जलेबी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी और इस पर कई मीम्स भी बनाए गए। खासकर तब, जब राहुल गांधी ने जलेबी फैक्ट्री लगाने और कामगारों को बढ़ावा देने की बात कही थी। इस बयान को लेकर बीजेपी के समर्थकों ने चुटकी ली और तंज कसे। जनता भी राहुल गांधी के इस बयान पर मजे ले रही थी, क्योंकि जलेबी का असली स्वाद तो हलवाई की दुकान पर ही मिलता है, न कि फैक्ट्री में।
गोहाना के जलेबी बनाने वाले दुकानदार ने बताया कि उनकी दुकान की जलेबी देसी घी में बनाई जाती है और यह एक हफ्ते तक खराब नहीं होती। उन्होंने गर्व से कहा कि उनकी जलेबी की मांग न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी होती है। इस जलेबी को बनाने का काम उनके परिवार में पीढ़ियों से चला आ रहा है, और वे 22-23 साल से खुद इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।
चुनावी नतीजों की बात करें तो हरियाणा में शुरुआत में कांग्रेस बढ़त में थी, जिससे ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता में वापसी कर सकती है। लेकिन धीरे-धीरे समीकरण बदले और बीजेपी ने बढ़त बना ली। अंतिम परिणाम में बीजेपी ने 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में 48 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस 36 सीटों पर सिमट गई। बीजेपी की इस जीत के बाद हरियाणा में पार्टी की लगातार तीसरी बार सरकार बनने जा रही है।
इस चुनावी नतीजे के बाद कई लोग मजाक में कह रहे हैं कि हरियाणा की जनता विकास की जलेबी चाहती थी, जो फैक्ट्री में नहीं बल्कि हलवाई की दुकान में बनती है।