जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन सोमवार को बड़े धूमधाम से किया गया, जिसमें 83 मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस भव्य समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने की। मुख्य अतिथि के रूप में भटिंडा पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी उपस्थित थे, जबकि विशेष अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. रजनी तिवारी भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। समारोह के दौरान महामहिम राज्यपाल ने आजमगढ़ और मऊ के 83 छात्र-छात्राओं को उनके पाठ्यक्रमों में अव्वल आने पर गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को भी प्रशस्ति पत्र और किट बैग देकर सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि इस वर्ष मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया था। हालांकि, पिछले दो वर्षों से विश्वविद्यालय का संचालन अस्थाई कार्यालय से किया जा रहा था, लेकिन अब विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर में यह पहला बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ है। इस विश्वविद्यालय का निर्माण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत किया गया है, जिससे आजमगढ़ और मऊ जनपद के कुल 469 महाविद्यालय जुड़े हुए हैं, जिनमें से चार राजकीय महाविद्यालय भी शामिल हैं।
अपने संबोधन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बालिकाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए समाज से उनकी शिक्षा के प्रति अपनी सोच बदलने की अपील की। उन्होंने युवाओं को पढ़ाई-लिखाई के बाद खुद के रोजगार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया और आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."